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रिसर्च के जरिए जन समस्याओं का समाधान करें वैज्ञानिक: हर्षवर्धन

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी देश को विज्ञान के क्षेत्र में आगे ले जाना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि वैज्ञानिक समुदाय सिर्फ शोध पत्रों के प्रकाशन तक सीमित ना रहे

Bhasha

वैज्ञानिकों और शोधार्थियों से सिर्फ शोध पत्रों के प्रकाशन तक सीमित रहने के स्थान पर उनके जरिए जनता की समस्याओं का समाधान खोजने की अपील करते हुए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों का डीएनए मौजूद है और वह भी वाजपेयी की तरह देश को विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी बनाना चाहते हैं.

हर्षवर्धन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्वावधान में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) द्वारा यहां राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान (एनआईओ) में ‘हिन्द महासागर आर्थिक एवं भू-रणनीतिक महत्व’ विषय पर आयोजित कार्यशाला में वैज्ञानिकों एवं मीडिया को संबोधित कर रहे थे.


केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी देश को विज्ञान के क्षेत्र में आगे ले जाना चाहते हैं. वह चाहते हैं कि वैज्ञानिक समुदाय सिर्फ शोध पत्रों के प्रकाशन तक सीमित ना रहे, बल्कि अपने शोधों और खोजों से देश की जनता की समस्याओं का समाधान करे.’

उन्होंने कहा कि मोदी के विचारों में वाजपेयी के विचारों का डीएनए है. वह वाजपेयी की तरह ही देश को विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी बनाना चाहते हैं. ‘जिस तरह वाजपेयी ने परमाणु परीक्षणों से दुनिया में देश की धाक जमाई और जय जवान, जय किसान और जय विज्ञान का नारा दिया, उसी तरह की सोच मोदी भी रखते हैं.’

हर्षवर्धन ने कहा कि मोदी देश में स्वच्छ पेयजल संबंधी समस्या का समाधान चाहते हैं और इसीलिए वह इस्राइल दौरे पर समुद्र के पानी को मिनटों में पीने योग्य बना देने वाली प्रणाली भी देखने गए थे. भारत के वैज्ञानिक भी इस दिशा में काम कर रहे हैं और भविष्य में समुद्र के पानी से प्यास बुझाई जा सकेगी.