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देखें वीडियो: 12 साल की उम्र में उठाया दूसरों की जान बचाने का जिम्मा

एक बाइक सवार को सड़क पर चोट खाते देखने के बाद रवि ने किया सड़क पर पड़े कंकड़-पत्थर हटाने का फैसला

FP Staff

सड़क हादसों में हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं. ऐसे बहुत से हादसों के लिए खराब सड़कें, सड़कों पर मौजूद गड्ढे, ट्रेफिक लाइट, रैश ड्राइविंग, शराब पीकर गाड़ी चलाना आदि कई चीजें जिम्मेदार हैं.

सरकार सड़क हादसों को रोकने के लिए कई प्रयास कर रही है. लेकिन इस समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो कि दूसरों की जान बचाने के लिए सरकार के भरोसे नहीं बैठते बल्कि खुद से ही कुछ करने का भरोसा रखते हैं.


हिंदुस्तान टाइम्स पर छपी खबर के मुताबिक, हैदराबाद के हबसीगुड़ा का 12 वर्षीय युवक रवी तेजा लोगों की जान बचाने का एक बेहद ही नेक कार्य कर रहा है. ये बच्चा सड़क पर मौजूद गड्ढों की वजह से होने वाले हादसों को रोकने के लिए सरकार की मदद के बिना ही लगा हुआ है.

खुद से गड्ढे भरने का काम कर रहा है. रवि ने बाइक पर एक परिवार को गड्ढे से बचने के चक्कर में चोट खाते देखा था. इस हादसे में बाइक पर सवार परिवार के लोगों के सिर पर काफी चोट आई थी. इस घटना के बाद से ही उसने सरकार के भरोसे पर बैठे रहने की बजाए खुद से सड़क पर मौजूद गड्ढों को भरने का बेड़ा उठा लिया.

रवि के पिता डी सूर्यनारायण एक कंस्ट्रक्शन वर्कर हैं. जबकि उसकी मां हाउसवाइफ हैं. तेलंगाना में सड़कों की हालत खराब है और खासतौर पर राजधानी हैदराबाद की सड़कों का हाल तो बेहद बुरा है.

हैरानी की बात ये है कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के निर्देश के बावजूद प्रदेश में सड़कों का हाल सुधर नहीं रहा है. सीएम ने एक मई को हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिया था कि एक महीने में तेलंगाना की सड़कों पर मौजूद सभी गड्ढ़ों को भर दिया जाए.

उन्होंने इसके लिए जरूरी फंड रीलीज करने की भी बात कही थी. लेकिन इस सब के बावजूद सड़कों का हाल बुरा है.

रवि ने बताया कि हबसिगुडा रोड पर हुए एक्सीडेंट को देखने के बाद मैंने खुद से कुछ करने का सोचा ताकि इस तरह के एक्सीडेंट्स को रोका जा सके. मुझे जब भी समय मिलता है मैं ये काम करते हूं. मैं पिछले एक हफ्ते से ऐसा कर रहा हूं.

रवि आसपास के इलाकों से टूटे हुए पत्थरों, कंकडों इकट्ठा करता है और इन्हीं की मदद से सड़क के गड्ढों को भरने का काम करता है. रवि इस काम के लिए घंटों मेहनत करता है. उसके इस काम की स्थानीय निवासियों ने भी खूब तारीफ की है.

वहीं रवि से जब पूछा गया कि उसे ऐसा किसने करने को बोले, तो इस पर उसने कहा कि मुझे किसी ने भी ऐसा करने को नहीं कहा. मैं ये खुद कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा.