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भारत में प्रसव के दौरान मांओं की मृत्यु दर घटी

2004-05 एमएमआर 254 प्रति एक लाख थी जो 2011-2013 में घटकर 167 हो गई

Bhasha

सरकार ने मंगलवार को बताया कि देश में प्रसव के दौरान मांओं की मृत्यु दर में गिरावट आई है. साल में 2004-2005 में मांओं की मृत्यु दर यानी मदर मोरटैलिटी रेट (एमएमआर) 254 थी. यानी हर एक लाख महिलाओं पर 254 महिलाओं की मौत प्रसव के दौरान होती थी. यह 2011-2013 में घटकर 167 पर आ गई है.

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह जानकारी दी.


उन्होंने बताया कि शिशु मृत्यु दर (आईएमआर) 2005 में 58 प्रति 1000 थी जो 2015 में घटकर 37 हो गई. उन्होंने कहा कि भारत में आईएमआर और एमएमआर में कमी की दर अंतरराष्ट्रीय दरों से कम है लेकिन आबादी के कारण यह संख्या ज्यादा मालूम होती है.

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत नवजात शिशु और देखभाल सेवाओं सहित 24 घंटे मैटरनिटी सेवाएं देने के लिए कम्युनिटी हेल्थ सेंटर को अपग्रेड किया जाता है.