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गुरमीत राम रहीम के खिलाफ लड़ रही उस लड़की को सलाम!

कोर्ट के फैसले के बाद उस लड़की की जीत से साबित होता है कि न्याय सच का साथ देता है

mohini Bhadoria

उस लड़की को सलाम, जिसने राम रहीम के खिलाफ केस दर्ज कर अपनी हिम्मत दिखाई. राम रहीम ने अपने भक्तों की ही नहीं देशभर के हर उस नागरिक की भावना को आहत किया है, जो सभी बाबाओं को भगवान की नजरों से पूजते हैं.

देशभर में इतने बाबा हैं, जिनके भक्तों की कोई कमी नहीं है. भक्त अपनी पूरी श्रद्धा से इन्हें मानते हैं. लेकिन आसाराम बापू और बाबा राम रहीम जैसे लोग, भक्ति जैसी भावना के अर्थ को नुकसान पहुंचाते हैं.


शुक्रवार को उस लड़की की बहुत बड़ी जीत हुई है, जिसने अपने हक की लड़ाई लड़ बाबा रहीम को जेल पहुंचाया. इतना सब सहने के बाद भी आपनी आवाज राम रहीम के खिलाफ उठाना उसके लिए आसान नहीं था. लेकिन उसने हिम्मत दिखाई, जो हर लड़की के लिए प्रेरणा है.

दरअसल जब उस लड़की के साथ ये घटना हुई तो उसके आवाज उठाने पर बाबा राम रहीम के कुछ अन्य भक्तों ने उसे धमका कर चुप करा दिया था. लेकिन वो शांत बैठने वालों में से नहीं थी. उसने सच्चाई की राह पकड़ते हुए राम रहीम को 25 अगस्त को दोषी करार करवा दिया.

देश में लड़कियों के साथ रेप हो जाता है, लेकिन उसके लिए कई लड़कियां आवाज नहीं उठा पातीं, जिसकी वजह है लड़की के मन में सोसाइटी की शर्म या फिर आरोपियों द्वारा दी गई धमकियों से चुप बैठ जाती हैं. शायद अब वो वक्त आ गया है लड़कियों को अपनी आवाज सही वक्त पर उठा देनी चाहिए.

न्याय पर भरोसा

कोर्ट के फैसले के बाद से हर लड़की को न्याय पर भरोसा कर लेना चाहिए. कोर्ट के इस बड़े फैसले के बाद अब हर लड़की में हिम्मत आ गई है कि वो बलात्कारियों और ईवटीजर के खिलाफ आवाज उठा सकेगी.

राम रहीम जैसे आरोपी को जड़ से खत्म करना कोई आसान काम नहीं था. क्योंकि वो एक ऐसे इंसान हैं. जिनके लाखों की तादाद में भक्त हैं. उस लड़की ने अपना स्टैंड लिया, जिसके बाद से वो हर लड़की के लिए प्रेरणा बन गई.

बहरहाल डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर एक लड़की ने साल 2002 में रेप का आरोप लगाया था. राम रहीम पर अपनी ही साध्वियों से बलात्कार करने का आरोप है. 2002 में डेरा सच्चा सौदा की साध्वियों ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बेनाम पत्र लिखकर गुरमीत राम रहीम पर रेप करने का आरोप लगाया था.

उन्होंने इसकी जानकारी डेरा प्रमुख को देने से मना किया था. उनका कहना था कि राम रहीम के पंजाब और हरियाणा के राजनेताओं से अच्छे संबंध हैं. जो उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं. 24 सितंबर 2002 को इस पर संज्ञान लेते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने इस केस की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए.

सीबीआई ने 18 साध्वियों से जब सवाल किए तो बहुत ही चौंकाने वाली बातें सामने आईं. जिसमें उन्होंने डेरा प्रमुख और उनके अनुयायियों को काफी खतरनाक इंसान बताया. दो साध्वियों ने बताया कि डेरा प्रमुख ने उनके साथ रेप किया. उनमें से एक ने बताया कि उसका रेप इसलिए किया गया ताकि वह इससे शुद्ध हो जाएं. इस केस में सीबीआई ने 30 जुलाई, 2007 को चार्जशीट दाखिल की थी, इस मामले पर 25 अगस्त को हरियाणा हाईकोर्ट ने राम रहीम को दोषी करार दिया.