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यहां रह रही है राम रहीम की पत्नी, अरबों की प्रॉपर्टी की ये है कहानी

खबरों के मुताबिक राम रहीम को सजा होने के बाद उसकी पत्नी राजस्थान में पैतृक गांव गुरुसर में रह रही है

FP Staff

सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम इंसा की श्रीगंगानगर जिले में करीब 58 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है.

खबरों के मुताबिक राम रहीम को सजा होने के बाद उसकी पत्नी राजस्थान में पैतृक गांव गुरुसर में रह रही है. ये कब सिरसा से अपनी सास के यहां आ गई इसकी किसी को कानों-कान खबर तक नहीं लगी. यहां गुरमीत की अरबों रुपए की प्रॉपर्टी बताई जा रही है.


जानिए पूरी कहानी...

सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत इंसां की श्रीगंगानगर जिले में करीब 58 करोड़ रुपए मूल्य की अचल संपत्ति है. ये मूल्यांकन बाजार के वर्तमान भावों के आधार पर किया गया है. इसमें कई नामचर्चा (भजन कीर्तन  का स्थान) घर हैं, जो कई बीघे में फैले हुए हैं.

श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ दोनों जिलों में इसकी संपत्ति का आकलन किया जाए तो यह करीब सवा अरब रुपए के आसपास बनती है. श्रीगंगानगर में सबसे अधिक प्रॉपर्टी गुरमीत के पैतृक गांव गुरुसर मोडिया में ही है. वहां डेरा के नाम से 345 बीघा जमीन है. इसमें अधिकतर कृषि भूमि है.

इसके अलावा बाकी बची जमीन पर हॉस्पिटल, स्कूल, हॉस्टल, स्टेडियम के लिए आरक्षित और नामचर्चा घर बने हुए हैं. बता दें कि सिर्फ राम रहीम के गांव गुरुसर मोडिया मे ही 28 करोड़ की संपत्ति है.

सबसे अधिक रोचक बात यह निकलकर आई है कि गुरमीत की सारी संपत्ति या तो रिश्तेदारों के नाम पर है या फिर डेरा साध संगत के नाम पर खरीदी हुई है. एक अखबार के मुताबिक यह जानकारी निकलकर सामने आई की डेरा की साढ़े चार बीघा जमीन किसी वेद प्रकाश के नाम से है.

एक मोटे अनुमान के अनुसार श्रीगंगानगर जिले में गुरमीत राम रहीम की 43.44 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसके अलावा दो स्कूल, एक कॉलेज स्टेडियम आदि के निर्माण पर भी 15 करोड़ रुपए से अधिक खर्च हुआ है.

गुरुसर मोडिया में 29 एमओडी में डेरा प्रमुख की 150 बीघा पैतृक जमीन है. यहां 50 बीघा जमीन इनकी खरीदी हुई है. 26 एमओडी में 30 बीघा जमीन है. 29 एमओडी में ही 50 बीघा जमीन अलग से है जो विवादित बताई जा रही है.

इसके अलावा सूरांवाली बस स्टैंड के पास एक प्लॉट है. डेरे के सामने 25 एमओडी में भी दो भूखंड हैं. साथ ही गुरुसर मोडिया 30 एमओडी में 55 बीघा में स्टेडियम, 20 बीघा में स्कूल कॉलेज, 10 बीघा में डेयरी प्लांट और 10 बीघा में हॉस्पिटल है. 30 एमओडी में 25 बीघा जमीन हॉस्टल के लिए आरक्षित है. ढाई बीघा जमीन संगत के नाम आरक्षित है. कुल मिलाकर यहां 400 बीघा जमीन है जो मोटे अनुमान के अनुसार 28 करोड़ रुपए की है.

सूरतगढ़ के बीकानेर हाईवे पर करीब 10 बीघा में डेरा बना हुआ है. इसमें अच्छा खासा निर्माण भी हुआ है. मोटे अनुमान के मुताबिक इसकी कीमत सवा करोड़ रुपए है.

सादुलशहर में कुल 35 बीघा जमीन है जो 2.5 करोड़ की संपत्ति है.

घड़साना में 2.5 बीघा में डेरा बना है. एक कमरा, एक बरामदा और टीन शेड. वर्तमान समय में बाजार कीमत करीब एक करोड़ रुपए की है.

रावला में पौने बीघा जमीन में डेरा बना है. दो कमरे, टीन शेड आदि बने हैं. बाजार कीमत लगभग 30 लाख रुपए है.

अनूपगढ़ में 4बीघा जमीन में फैला है डेरा. चारदीवारी के अलावा कमरे आदि बने हैं. कीमत करीब 1 करोड़ रुपए हैं.

श्रीविजयनगर में 50 गुणा 100 फीट की जगह है. ये सीलिंग की है और मालिक बनाम सरकार का हाइकोर्ट में केस चल रहा है.

कालियां में डेरासंगत के नाम आधा बीघा जमीन है. केवल चार दीवारी की हुई है. इसकी कीमत 4 लाख रुपए के करीब है.

श्रीगंगानगर, चक 3 में साढ़े चार बीघा जमीन साध संगत वेद प्रकाश तनेजा के नाम से रिकॉर्ड में दर्ज है. इसी में डेरा बना हुआ है. इसकी कीमत 35 लाख रुपए के करीब है.

रविदासनगर-5 बीघा जमीन पर डेरा बना हुआ है. बाजार कीमत इसकी 9 करोड़ रुपए है.

जिनके स्वागत में पूरा गांव सजता था, अब उनके आने की ग्रामीणों को खबर तक नहीं मिली

डेरामुखी और उसके परिवार के पैतृक गांव गुरुसर मोडिया में आने पर उनके स्वागत में कभी पूरा गांव सजता था लेकिन अब हालात बदल गए हैं. कुछ दिन पहले डेरामुखी की मां और पत्नी गुरुसर में गए लेकिन बहुत से ग्रामीणों को इसकी खबर तक नहीं हुई.

इस परिवार को अब यहां आने की खबर भी गुप्त रखनी पड़ी है. पुलिस ने भी सुरक्षा के मद्देनजर डेरामुखी की मां और पत्नी को बाहर के लोगों से मिलने की मनाही कर रखी थी.

पहले जब भी डेरामुखी का परिवार गुरुसर में आता था, पूरा हॉस्पिटल, स्टेडियम और स्कूल सहित अन्य भवनों पर लाइटिंग की जाती थी.

( साभार: न्यूज 18 के लिए स्नेहा दुबे की रिपोर्ट )