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राष्ट्रपति कोविंद@1 साल: महामहिम को भा रही है विदेश से ज्यादा देश की यात्रा

पहली बार राष्ट्रपति भवन सत्ता का शीर्ष केंद्र होने के साथ ही अब मानो 'राष्ट्र भवन' बन गया है, जिससे लोगों की आमदरफ्त बढ़ी है

Anil Dubey

देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को विदेश से ज्यादा देश की यात्रा भा रही है. वहीं पहली बार राष्ट्रपति भवन सत्ता का शीर्ष केंद्र होने के साथ ही अब मानो 'राष्ट्र भवन' बन गया है, जिससे लोगों की आमदरफ्त बढ़ी है. कोविंद का आज 25 जुलाई को 1 वर्ष का कार्यकाल पूरा हो गया. इस 52 सप्ताह में उन्होंने 29 राज्यों में से 27 राज्यों का 53 बार सघन दौरा करके एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. इससे पूर्व देश के अब तक के 14 राष्ट्रपतियों ने राज्यों का इतना व्यापक दौरा एक वर्ष में नहीं किया था.

वहीं बीते 1 वर्ष के दौरान 90147 आम नागरिकों ने राष्ट्रपति भवन जाकर वहां भ्रमण किया. कोविंद ने पिछले राष्ट्रपतियों की तुलना में विदेश यात्राएं कम की हैं. फिर भी 10 देशों की यात्रा में भी वह पहले ऐसे भारतीय राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने पहली बार अफ्रीका की यात्रा की. एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के मौके पर पिछले राष्ट्रपति जहां प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति और अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ राष्ट्रपति भवन में समारोह आयोजित करते थे और कार्यक्रम में राष्ट्रपति के भाषणों पर आधारित पुस्तक का विमोचन किया जाता था. वहीं बुधवार को कोविंद ने अपना समय छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के बीच बिताया.


इन राज्यों का कर चुके हैं दौरा

कोविंद की एक वर्ष के दौरान हुई घरेलू यात्राओं का ब्यौरा देखा जाए, तो आंकड़े बताते हैं कि मौजूदा छत्तीसगढ़ की यात्रा सहित वह 27 राज्यों का दौरा कर चुके हैं. वहीं नार्थ-ईस्ट के 8 में से 6 राज्यों की यात्रा भी उन्होंने की है.

कुल 53 घरेलू यात्राओं में कोविंद की सबसे ज्यादा 9 यात्राएं उत्तर प्रदेश की हुई हैं. वैसे कानपुर उनका गृहजनपद भी है. इसके बाद महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में 5-5, गुजरात में 4 और जम्मू कश्मीर और कर्नाटक का वह 3-3 बार दौरा कर चुके हैं. नार्थ ईस्ट की यात्राओं का भी उन्होंने रिकॉर्ड बनाया है और वह अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड का दौरा कर चुके हैं.

नवंबर 2017 के सिर्फ एक माह में उन्होंने 12 राज्यों का दौरा किया. सर्वाधिक खराब मौसम वाले क्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर, जहां विपरीत स्थितियों में भी सीमा पर सैनिक पहरे पर तैनात होते हैं, का दौरा करने वाले वह दूसरे राष्ट्रपति हैं. इससे पूर्व 2004 में एपीजे अब्दुल कलाम वहां गए थे.

इन देशों की यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति

विदेश यात्राओं में भी कोविंद ने अफ्रीका की यात्रा की और मेडागास्कर, इक्विटोरियल गुयाना, स्वाज़ीलैंड, सूरीनाम और क्यूबा की यात्रा की. लगभग बीते 4 दशकों में इथोपिया, जांबिया, ग्रीस और मारीशस जाने वाले वह पहले राष्ट्रपति हैं.

राष्ट्रपति भवन में बीते 1 वर्ष में आम जनता की आमदरफ्त बढ़ी है, तो महामहिम से सीधे मिलने वाले मुलाकातियों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है. राष्ट्रपति भवन के विजिटर रजिस्टर बताते हैं कि 149 केंद्रीय विश्वविद्यालय और ख्याति प्राप्त संस्थानों के प्रमुखों ने उनसे मुलाकात की. 17 कुलपति, 41 उपकुलपति, आईआईटी और आईआईएम के 33 निर्देशकों ने भी महामहिम से मुलाकात की.

राष्ट्रपति भवन अब आम लोगों के लिए सप्ताह में 4 दिन गुरुवार से रविवार तक खुला रहता है. इस कारण इस वर्ष रिकॉर्ड 90147 लोग घूमने आए. इसमें मुगल गार्डन में आने वालों की संख्या भी शामिल है. राष्ट्रपति भवन में खुले संग्रहालय को 41953 लोगों ने इस वर्ष देखा. वहीं आम जनता से संपर्क बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर भी कोविंद की सक्रियता बढ़ी है. इंस्टाग्राम पर 1 लाख 39 हजार, ट्विटर पर 4 लाख और फेसबुक पर 50 लाख से अधिक लोग उनको फॉलो करते हैं.

(लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं)