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पुलवामा हमले के दो दिन बाद, IED ब्लास्ट में सेना के मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट हुए शहीद

मेजर चित्रेश और उनकी टीम ने एक माइन को डिफ्यूज कर लिया था लेकिन जैसे ही वह दूसरी माइन को डिफ्यूज करने लगे तभी वह एक्टिवेट हो गया और उसमें विस्फोट हो गया

FP Staff

बीते गुरुवार को पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले ने सीआरपीएफ के 40 जवानों को निगल लिया थी. इस घटना में शहीद होने वाले जवानों का अंतिम संस्कार भी न हो सका था कि आतंकियों ने एक और घटना को अंजाम दे दिया. पुलवामा हमले के दो दिन बाद यानी शनिवार को आईईडी ब्लास्ट में भारतीय सेना के एक मेजर शहीद हो गए.

सेना की इंजीनियरिंग कॉर्प्स के मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट एक बम डिस्पोजल टीम का नेतृत्व कर रहे थे. उनकी टीम ने राजौरी के नौशेर सेक्टर में रोड़ किनारे कई माइन्स ढूंढ निकाले. उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के रहने वाले मेजर चित्रेश और उनकी टीम ने एक माइन को डिफ्यूज कर लिया था. लेकिन जैसे ही वह दूसरी माइन को डिफ्यूज करने लगे तभी वह एक्टिवेट हो गया और उसमें विस्फोट हो गया.


इस विस्फोट में मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट शहीद हो गए और उनके साथियों को गंभीर चोटें पहुंची. गौरतलब है कि एलओसी से सटे नौशेरा में शनिवार को पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी की जा रही थी. संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए बॉर्डर पार से भारतीय पोस्टों पर लगातार फायरिंग की जा रही थी.

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक आईईडी को सीमा पार से आने वाले आतंकियों ने लगाया था. हालांकि इस हमले की अभी तक किसी भी आतंकी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है.