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सुकमा हमले के बाद राजीव राय भटनागर बने सीआरपीएफ के नए डीजी

सीआरपीएफ के डीजी की नियुक्ति अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट करती है

FP Staff

1983 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव राय को सीआरपीएफ का डीजी बनाया गया है. यह नियुक्ति 24 अप्रैल को सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले के दो दिन की गई है. सीआरपीएफ के डीजी का पद दो महीने से रिक्त था.

सीआरपीएफ के डीजी की नियुक्ति अप्वाइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट करती है.

सीआरपीएफ के पिछले डीजी दुर्गा प्रसाद जिस दिन रिटायर हुए थे उसके अगले दिन सुदीप लखटकिया को कार्यवाहक डीजी का चार्ज दिया गया था.

संसाधनों की कमी से जूझ रही है सीआरपीएफ 

सीआरपीएफ के बारे में कहा जाता है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी पैरामिलिट्री फोर्स है. फिर भी सीआरपीएफ संसाधनों की कमी से बेतरह जूझ रही है.

नक्सलियों के छापेमार और गुरिल्ला हमले का सामना कर रहे सीआरपीएफ के जवानों के लिए संसाधनों की भारी कमी है. बुलेटप्रूफ हेलमेट, बुलेटप्रूफ जैकेट और एमपीवी वाहन (माइन प्रोटेक्टेड वेहिकल) जैसे जरूरी संसाधनों की कमी से सीआरपीएफ के जवान जूझ रहे हैं.

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सीआरपीएफ के जवानों को लगभग 1.25 लाख बुलेटप्रूफ हेलमेट की जरूरत है. लेकिन, 1800 बुलेटप्रूफ हेलमेट से जवान काम चला रहे हैं. सरकार की तरफ से 38 हजार बुलेटप्रूफ जैकेट भी अभी तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं.

लगभग 700 माइनिंग प्रोटेक्टेड वेहिकल (एमपीवी) गाड़ी चाहिए पर महज 125 एमपीवी गाड़ियों से सीआरपीएफ के जवान काम चला रहे हैं.

ऐसे में नए डीजी के नियुक्ति के बाद यह माना जा रहा है कि वे सीआरपीएफ के जवानों की दशा को सुधारने की दिशा में काम करेंगे.