राजस्थान में हैरान करने वाला वाकया सामने आया है. यहां किराए पर चोर मिल रहे हैं, वो भी फिक्स्ड सैलरी के साथ. जी हां. एक महीने की सैलरी 15,000 और एक चोर किराए पर.
राजस्थान में 'धंधे' में आ रही मुश्किलों के चलते नए-नए चोरों ने नया तरीका निकाला है. अब वो किराए पर उपलब्ध हैं. बस एक महीने की सैलरी होगी 15,000.
टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक, पुलिस को इस गैंग के बारे में तब पता चला, जब मंगलवार ने छह ऐसे ही सैलरी लेने वाले चोर पुलिस की गिरफ्त में आए. आगे की जांच में चोरों ने बताया कि वो अपराध की दुनिया में नए हैं, इसलिए उन्हें अपना चोरी का सामान बेचने का बाजार नहीं मिल रहा, इसलिए उन्होंने कमाई का ये तरीका निकाला है.
इस कॉरपोरेट चोर गैंग का लीडर 21 साल का आशीष उर्फ अमित है. उसी ने बाकी छह लड़कों को उसके लिए चोरी करने का झांसा दिया और कहा कि वो उन्हें सैलरी देगा. इसके बाद वो अपने लिंक के जरिए काले बाजार में चोरी का सामान बेचता था.
उसने चाल ये चली कि उसने अपनी गैंग में ऐसे चोर शामिल किए, जो उसके पहले पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए थे और उनका कोई रिकॉर्ड नहीं था. इससे वो पुलिस से बड़ी आसानी से बचे रहते थे.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आसानी से पैसा बनाने और रईसी की जिंदगी जीने के लिए अकसर ऐसे युवा ऐसे गैंग के साथ जुड़ जाते हैं, जो चेन छिनैती या मोबाइल चोरी करने जैसे अपराध करते हैं. अपनी गर्लफ्रेंड को महंगे गिफ्ट देकर इम्प्रेस करने के लिए भी युवा ऐसी चोरियां करते हैं.