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EC की अनूठी पहल, सात सुरों के माध्यम से किया जाएगा मतदाताओं को जागरूक

वोटर्स को ध्यान में रखते हुए किए जाएंगे प्रदेश भर में कार्यक्रम ,25 से 1 दिसंबर तक होगा 'राग मतदान'

FP Staff

लोकतांत्रिक प्रणाली के तहत जितने अधिकार नागरिकों को मिलते हैं, उनमें सबसे बड़ा हथियार वोट देने का अधिकार है.जिसके पास यह ताकत है. वो सरकार बना सकता है और गिरा भी सकता है. राजस्थान विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य का निर्वाचन विभाग लोकतंत्र के महापर्व में सब की भागीदारी सुनिशिचत करने के लिए यहां 25 नवंबर से 1 दिसंबर तक सरगम सप्ताह मनाने जा रहा है.

सरगम के सात सुरों की मदद से आमलोगों को वोट देने के लिए जागरूक किया जाएगा. इन सातों सुरों- सा, रे, गा, मा, पा, था, नि, सा के नाम से एक-एक दिन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जो पूरे सात दिनों तक चलेगी. इस सप्ताह का नाम 'दी म्युजिक ऑफ डेमोक्रेसी' रखा गया है. प्रत्येक दिवस के साथ एक म्यूजिकल थीम भी होगा, जो एक मतदाता जागरूकता गीत के रूप में होगा.


25 से 1 दिसंबर तक होगा 'राग मतदान'

अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ जोगाराम के अनुसार सप्तक 'सा रे गा मा पा था नि' के अनुसार सात दिनों में युवा, महिला, नवयुवक और दिव्यांगजन को ध्यान में रखकर कार्यक्रम करवाए जाएंगे. 25 नवंबर को 'सा' को शहरी मानकर शहरी मतदाताओं को जागरूक करने के लिए कैंडल मार्च निकाला जाएगा. साथ ही साथी हाथ बढ़ाना, वोट डालकर अपना संदेश प्रसारित किया जाएगा.

वहीं 26 नवंबर को 'रे' से राज्य के राज्यकर्मियों और सर्विस वोटर्स को बैंडवादन कर शपथ दिलाई जाएगी. साथ ही राष्ट्र के सम्मान और लोकतंत्र की शान में संदेश दिया जाएगा.

सात दिन अलग अलग रंग व थीम से दिया जाएगा संदेश

27 नवंबर को 'गा' से ग्रामीण मानकर 'गाएंगे बजाएंगे, वोट डालने जाएंगे' का संदेश दिया जाएगा. 28 को 'मा' शब्द को महिलाओं से जोड़ते हुए म्हारो वोट, म्हारो हक का संदेश दिया जाएगा. वहीं 29 नवंबर को 'पा' यानी पुरुषों की वोट मैराथन करवाई जाएगी और 'पढ़कर परखकर वोट डालेंगे समझकर' लाइन के जरिए आमजन तक बात पहुंचाई जाएगी. 30 नवंबर को 'धा' यानी दिव्यांगजनों को ट्राईसाइकिल की रैली निकालकर 'धन से धान से, वोट करेंगे ध्यान से' पंक्तियों के जरिए आमजन को जागरूक किया जाएगा.

आखिरी दिन यानी 1 दिसंबर को 'नि' को नवयुवक निकलेंगे 'हम शान से, वोट डालेंगे मान से' के जरिए लोगों को जागरूक करेंगे.

इसी तरह प्रत्येक दिवस को सरगम के सात सुरों के अलावा इंद्रधनुष के सात रंगों के साथ भी जोड़ा गया है. जिसके अंतर्गत प्रथम दिवस में वायलेट कलर, दूसरे दिन इंडिगो, तीसरे दिन ब्लू और इसी तरह इंद्रधनुष के अन्य रंगों का समावेश कर मतदाता जागरूकता की गतिविधियों में इन्हीं रंगों को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा.