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देश के कई हिस्सों में बारिश और बाढ़ से लोग बेहाल, केरल की हालत सबसे खराब

केरल के कई इलाकों में बारिश की वजह से 1.18 लाख लोग 606 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं

FP Staff

देश के कई इलाकों में मॉनसूनी बारिश और इससे आई बाढ़ के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. बड़े पैमाने पर जान-माल की क्षति की खबरें हैं. इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित केरल है जहां अब तक 41 लोगों के मरने की खबर है.

केरल में दो दिन पहले एक घर के गिरने से दो लोगों की मौत के बाद राज्य में बारिश की अलग-अलग घटनाओं में मरनेवाले लोगों की संख्या 41 तक पहुंच गई है. सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय राज्य मंत्री किरण रिजीजू और पर्यटन मंत्री के जे अल्फोंस की अगुआई में एक केंद्रीय टीम कोट्टयम और अल्लपुझा जिले के साथ ही चेल्लनम और एर्नाकुलम का दौरा करेगी.


राज्य के कई इलाकों में बारिश की वजह से 1.18 लाख लोग 606 राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. आधिकारिक सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को यह जानकारी दी.

उत्तराखंड में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग, उत्तराखंड ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि शनिवार रात से 27 जुलाई तक प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. 22 जुलाई को अति भारी बारिश की आशंका है. मौसम विभाग ने पर्वतीय सड़कों पर चलते वक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है.

उधर, ओडिशा में भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की ओर से अगले दो दिनों में कुछ इलाकों में भारी बारिश की आशंका जताने के बाद राज्य सरकार ने बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जिला कलेक्टरों को सतर्क रहने को कहा है.

विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) बीपी सेठी ने पत्रों के माध्यम से जिला धिकारियों को निर्देश दिया है. आईएमडी ने यह संकेत दिया है कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिमोत्तर और आस-पास के इलाकों और कम दबाव वाली स्थिति और चक्रवात जैसे हालात पैदा हो गए हैं. इससे राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और कुछ हिस्सों में 20-22 जुलाई के बीच ज्यादा भारी बारिश हो सकती है.

ओडिशा के रायगढ़ जिले में भारी बारिश के बाद रेलवे ट्रैक पर पानी बहने लगा जिसके चलते ट्रेनों के आने-जाने पर बुरा असर पड़ा. समाचार एजेंसी एएनआई के एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि रेल ट्रैक पर बाढ़ का पानी इतनी तेजी से बहा कि भुवनेश्वर-जगदलपुर हिराखंड एक्सप्रेस को बीच लाइन पर रोकना पड़ा. ओडिशा के कई इलाकों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.

ओडिशा के एसआरसी ने बताया कि उन्होंने सभी जिला प्रशासन को निर्देश दिया है कि वह बाढ़ और जलभराव से जुड़ी किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार रहें.

इस बीच, दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र में बारिश से जुड़े हादसों में एक स्कूल के बच्चे सहित दो लोग डूब गए. बाढ़ के चलते कई जिलों के 3500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. अभी हाल में दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजकोट जिले के भुपगात कस्बे के नजदीक तीन दिन पहले बाढ़ के पानी में देवेंद्र चावड़ा (18) डूब गया.

नंदेसरी पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि वड़ोदरा जिले में अनगढ़ गांव के करीब स्कूल से घर वापस लौटते वक्त रास्ते में पड़ने वाली मिनी नदी में संदीप राठौड़ (7) बह गया.