19 अगस्त को कलिंगा-उत्कल एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के मामले में रेलवे ने अपने 13 कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है. इन सभी पर घोर लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई की गई है. इस ट्रेन दुर्घटना में 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
रेल मंत्रालय ने कहा कि बर्खास्त किये गये लोगों में 11 गैंगमैन, एक लोहार और एक जूनियर इंजीनियर शामिल है.
ये सभी लोग खतौली रेलखंड पर काम करने वाले थे जहां हादसे में ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए थे.
उत्तर रेलवे के प्रवक्ता नीरज शर्मा ने बुधवार को कहा, ‘रेलवे ने ‘डिसिप्लिन एंड अपील रूल’ की धारा 14 के तहत 13 कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं.’ इस धारा के तहत घोर लापरवाही का दोषी पाये जाने वाले किसी भी रेल कर्मचारी की सेवाएं बिना किसी जांच के खत्म की जा सकती हैं.
रेलवे ने इससे पहले हादसे पर कार्रवाई करते हुए तीन सीनियर अफसरों को छुट्टी पर भेज दिया था. इनमें सचिव स्तर के रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी भी शामिल थे. इसके अलावा चार अधिकारियों को भी निलंबित किया गया और एक अफसर का ट्रांसफर कर दिया गया था.