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पहली बार राहुल गांधी बोले- प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार हूं

राहुल गांधी ने भारत के इतिहास, विविधता, गरीबी, वैश्विक हिंसा और राजनीति पर बात की

FP Staff

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेरिका के बर्क्ले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में भाषण दिया. अपने भाषण में राहुल गांधी ने भारत के इतिहास, विविधता, गरीबी, वैश्विक हिंसा और राजनीति पर बात की. साथ ही नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमले किए. राहुल ने अपने भाषण में कहा कि देश का माहौल खराब है. पत्रकारों पर हिंसा हो रही है. मुसलमान बीफ के लिए सताए जा रहे हैं.

मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, बीजेपी मेरे खिलाफ एजेंडा चला रही है. संसद से ज्यादा ताकतवर है पीएमओ. नोटबंदी का फैसला बिना सोचे समझे लिया गया. कृषि बर्बाद हो गई और किसान खुदकुशी कर रहे हैं. देश में दलितों का उत्पीड़न हो रहा है. नरेंद्र मोदी के पास कुछ स्किल्स हैं, वो बेहद अच्छे वक्ता हैं, मुझसे काफी अच्छे वक्ता हैं. वो लोगों को मैसेज देना जानते हैं.


अहिंसा पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दुनियाभर में अहिंसा की विचारधारा खतरे में है. लेकिन अहिंसा ही एक विचार है जो मानवता को आगे बढ़ा सकता है. उन्होंने कहा, मैंने अपने पिता और दादी को हिंसा में खोया है. मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा.

उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दूसरे टर्म में कांग्रेस अतिआत्मविश्वास में आ गई थी. पार्टी ने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया था, इसलिए 2014 के चुनाव में पार्टी की हार हो गई. राहुल गांधी ने कहा कि जब इंदिरा गांधी से पूछा गया कि भारत लेफ्ट की तरफ झुकेगा या राइट की तरफ तो उन्होंने कहा था कि भारत सीधा खड़ा रहेगा.

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पहली बार कहा कि वो प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार हैं. राहुल ने कहा कि अगर पार्टी कहेगी तो मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हूं. परिवारवाद को लेकर मुझपर निशाना न साधें, हमारे देश में काफी हद तक ऐसे ही काम होता है. अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन इस तरह के कई तरह उदाहरण हैं. राहुल ने माना कि 2012 में कांग्रेस पार्टी में अहंकार आ गया था, हमने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया था.

2004 में जब यूपीए सरकार आई तो कश्मीर में आतंकवाद चरम पर था. 2013 तक हमने आतंकवाद की कमर तोड़ दी थी. कश्मीर में शांति थी.

पीडीपी ने युवाओं को राजनीति में लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए. लेकिन जिस दिन पीएम मोदी ने उनके साथ गठबंधन किया उस दिन पीडीपी को खराब कर दिया और इस तरह उनके चलते कश्मीर में आतंकवाद फिर पनपने लगा. आपने हिंसा में बढ़ोत्तरी देखी है.

भाषण की मुख्य बातें

- पीएम मोदी एक ही भीड़ में तीन-चार अलग-अलग समूहों को अलग-अलग मैसेज देने की क्षमता रखते हैं.

- बीजेपी की एक मशीनरी चल रही है. जिसमें 1000 लोग कम्प्यूटर लेकर बैठे हैं और लोगों को मेरे बारे में बता रहे हैं. यह एक बड़ी मशीनरी है जो मुझे लेकर गलत बातें फैला रही है. इस मशीन का ऑपरेशन कोई और नहीं बल्कि खुद वह इंसान कर रहे हैं जो हमारा देश चलाते हैं. बीजेपी मुझे बेवकूफ समझती है.

- पीएम मोदी ने राइट टू इंफॉर्मेशन में बदलाव की सिफारिश की है. इसे दबाया जा रहा है. हम मुश्किल में फंसे हैं, क्योंकि हमने आरटीआई के तहत पारदर्शिता को बढ़ाया.

- हमारा पूरा देश ही ऐसे चलता है, मेरे पीछे मत पड़ो. अखिलेश यादव, स्टालिन और धूमल के बेटे यहां तक अभिषेक बच्चन भी वंशवाद का उदाहरण हैं.

- बीजेपी ने लोगों से संवाद करना बंद कर दिया है. बीजेपी हमारे प्रोग्राम्स पर काम कर रही है. नरेगा, जीएसटी हमारे हमारा प्रोग्राम हैं.

- नोटबंदी का देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है. इससे हमारी जीडीपी दो फीसदी तक गिर गई.