कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को तब बाल-बाल बच गए जब कर्नाटक के हुबली में उनका विमान क्रैश होते-होते बचा. राहुल गांधी जिस चार्टर्ड प्लेन में सफर कर रहे थे वह 10 सीट वाला दशॉ फॉल्कन 2000 एयरक्राफ्ट (वीटी-एवीएच) था. यह विमान रेलिगेयर एविएशन लिमिटेड से जुड़ा है लेकिन गुरुवार को यह दिल्ली स्थित एक चार्टर्ड कंपनी की ओर से संचालित हो रहा था.
डबल इंजन वाला यह एयरक्राफ्ट दिल्ली से 9.20 बजे उड़ान भरा था. टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर बताती है कि 'उड़ान के दौरान 41 हजार फुट की ऊंचाई पर इसका ऑटोपायलट फेल हो गया. ऑटोपायलट फेल होते ही पायलट ने प्लेन को मैनुअल कंट्रोल में लिया. इसके बाद 11.25 बजे विमान सुरक्षित उतरा.
इंडिया टुडे के मुताबिक रेलिगेयर एविएशन से जुड़ा दशॉ का यह विमान दिल्ली के नेहरू प्लेस में 04 फरवरी 2011 से रजिस्टर्ड है. इंडियन एक्सप्रेस ने भी ऐसी ही जानकारी दी है. यहां जान लेना जरूरी है कि फॉल्कन 2000 और 2000 एलएक्स फ्रेंच कंपनी दशॉ एविएशन से जुड़े प्लेन हैं. यही कंपनी रफाल लड़ाकू विमान भी बनाती है.
डीजीसीए के कागजातों से स्पष्ट है कि रेलिगेयर के पास वीटी सीरीज के 7 विमान हैं. इनमें से तीन वीटी-आरवीएल (8 सीट), वीटी-एवीएच (7 सीट) और वीटी-आरजीएक्स (14 सीट) वाले प्लेन फ्लाई सेफ एविएशन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े हैं. इनमें वीटी-आरवीएल और वीटी-एवीएच फॉल्कन 2000 सीरीज से जुड़े हैं, जबकि वीटी-आरजीएक्स फॉल्कन 7एक्स की श्रेणी में आते हैं.
डीजीसीए ने पेश की सफाई
डीजीसीए ने इस मामले में स्पष्टिकरण जारी किया है. डीजीसीए ने कहा, ऑपरेटर की रिपोर्ट के मुताबिक विमान में गड़बड़ी ऑटोपायलट मोड के कारण हुई. बाद में पायलट ने प्लेन को मैलुअल लोड में लिया और उसे सुरक्षित तरीके से उतार लिया.
डीजीसीए ने कहा, ऑटोपायलट की घटनाएं असामान्य नहीं हैं. इस घटना की जांच के लिए दो सदस्यों की कमेटी बनाई गई है. 2-3 हफ्ते में रिपोर्ट आने की संभावना है.