कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी दो हफ्ते के अमेरिका के दौरे पर सोमवार को सैन फ्रांसिस्को पहुंचे हैं. राहुल इस दौरान वैश्विक विचारकों और नेताओं से संवाद करेंगे. साथ ही वो प्रवासी भारतीयों को भी संबोधित करेंगे.
अपने पहले कार्यक्रम के तहत राहुल यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया-बर्क्ले में छात्रों को संबोधित करेंगे. उनके इस कार्यक्रम का विषय ‘इंडिया @ 70: रिफलेक्शन ऑन द पाथ फॉरवर्ड’ होगा. इसमें राहुल समकालीन भारत और इसके आगे के सफर के बारे में अपना नजरिया रखेंगे.
कार्यक्रम से एक दिन पहले यूनिवर्सिटी ने ऐलान किया कि कार्यक्रम के लिए रजिस्ट्रेशन बंद कर दिया गया है क्योंकि कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सभी सीटें फुल हो गई हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा और इंडियन नेशनल ओवरसीज कांग्रेस (इनोक) की अमेरिकी इकाई के अध्यक्ष शुद्ध सिंह ने सैन फ्रांसिस्को हवाई अड्डे पर राहुल की अगवानी की.
कांग्रेस प्रवक्ता मधु गौड याशी ने कहा, ‘राहुल यहां यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया- बर्क्ले आए हैं जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने प्रधानमंत्री के तौर पर 1949 में संबोधन दिया था. आज हम उस मुहाने पर खड़े हैं जहां भारतीय लोकतंत्र के मुख्य मूल्य धर्मनिरपेक्षता और बहुलवादी समाज खतरे में हैं.’
मधु ने कहा, ‘राहुल गांधी भारत के एक मजबूत देश होने और भारत के आगे बढ़ने के लिए इन मूल्यों में पुरजोर विश्वास करते हैं. भारत के भविष्य के बारे में उनके अपने विचार और सोच हैंं.’ अमेरिका दौरे में राहुल प्रवासी भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे जिससे उनको भारत के विकास का हिस्सा बनाया जाए.
राहुल सैन फ्रांसिस्को से लॉस एंजिलिस जाएंगे. वहां वह थिंक टैंक समुदाय से बातचीत करने के लिए ‘एसपेन इंस्टीट्यूट’ का दौरा कर सकते हैं.
वाशिंगटन डीसी में राहुल थिंकटैंक समुदाय के सदस्यों, नेताओं और सरकारी अधिकारियों से मुलाकात करेंगे.
दौरे के आखिर में राहुल गांधी न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करने से पहले प्रिंस्टन विश्वविद्यालय का दौरा करेंगे.