पंजाब मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को खत लिखा है. सिद्धू ने अपने खत में दोनों ही सरकारों से करतारपुर साहिब और डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा साहिब की पवित्रता को बनाए रखने के लिए उपाय सुझाए हैं.
सिद्धू ने अपने खत में लिखा, 'बाबा नानक कॉरिडोर ने दोनों ही देशों को साथ लाया है. जैसा कि बाबा नानक की 550 वीं जयंती के उपलक्ष्य में विकास कार्यों और योजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है. दुनिया भर के लाखों तीर्थयात्रियों के दिल इस ऐतिहासिक क्षण के लिए तरस रहे हैं. हम पर एक बड़ी जिम्मेदारी है.' ऐसे में इस दौरान श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा और करतापुर साहिब की पवित्रता बनाए रखने के लिए सिद्धू ने दोनों ही सरकारों को कई उपाय सुझाए हैं.
क्या है करतारपुर साहिब और क्या है इसकी अहमियत
करतारपुर साहिब वो जगह है, जहां 1539 ईं. में सिख धर्म के पहले गुरु नानक देव के निधन के बाद पवित्र गुरुद्वारे का निर्माण करवाया गया था. इस जगह की अहमियत इसलिए है क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे.
पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के अवसर पर नवंबर में 3800 सिख श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया था. करतारपुर कॉरिडोर बन जाने के बाद अब लाखों सिख श्रद्धालु पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर में मत्था टेक सकेंगे.