जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवान शहीद हो चुके हैं. अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकवादियों ने आईईडी ब्लास्ट के जरिए जवानों को निशाना बनाया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्लास्ट के बाद आतंकवादियों ने सीआरपीएफ की बसों पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी. सीआपीएफ के काफिले में दर्जनभर
गाड़ियां शामिल थीं. जिसमें 2500 से ज्यादा जवान सवार थे. यह हमला 2016 में हुए उरी हमले के बाद से राज्य में सबसे भीषण आतंकी हमलों में एक है.
इस घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बातचीत की और सीआरपीएफ के काफिले पर
आतंकवादियों के घातक हमले के बाद की राज्य की स्थिति का जायजा लिया. राजनाथ ने बिहार में शुक्रवार का अपना कार्यक्रम भी रद्द कर दिया है. खबर है
कि वह जम्मू कश्मीर जा सकते हैं.
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृहमंत्री ने राज्यपाल से बातचीत की और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के महानिदेशक आर आर भटनागर को कुछ जरूरी निर्देश दिए. गृह मंत्रालय पूरे मामले पर कड़ी नजर रख रहा है.
इस घटना पर राजनाथ सिंह कहा, 'जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर आज का कायराना हमला बहुत दुखी और विचलित करने वाला है. मैं सीआरपीएफ के हर उस जवान को नमन करता हूं जिसने देश की सेवा में अपनी जान कुर्बान की है.'
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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