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पुलवामा हमला: शाम 7 बजे कमांडर का फोन आया और घर में मातम फैल गया

भागलपुर के कहलगांव के मूल निवासी शहीद रतन कुमार ठाकुर सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन में तैनात थे

FP Staff

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए 37 जवानों में बिहार के दो सपूत भी शामिल हैं. मसौढ़ी के संजय कुमार सिन्हा और भागलपुर के कहलगांव निवासी रतन कुमार ठाकुर ने देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए. भागलपुर के कहलगांव के मूल निवासी शहीद रतन कुमार ठाकुर सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन में तैनात थे. घर में पत्नी राजनंदिनी देवी और चार साल का बेटा कृष्णा है. राजनंदिनी फिर से मां बनने वाली हैं. शहीद रतन ठाकुर के पिता ने कहा- भारत मां के लिए मैंने अपना बेटा न्यौछावर कर दिया. पर मैं अपने दूसरे बेटे को भी देश की सेवा के लिए तैयार करूंगा. पाकिस्तान को इसका जवाब देना होगा.

पिता और पत्नी का नाम पूछा और उनके शहीद होने की खबर दी

पिता निरंजन कुमार ठाकुर ने कहा शाम को बेटे के फोन का इंतजार हो रहा था तब तक उधर से सात बजे शाम को कंपनी कमांडर का फोन आया. उन्होंने रतन का फोन नंबर मांगा. पिता और पत्नी का नाम पूछा और उनके शहीद होने की खबर दी. खबर के सुनते ही पूरे घर में कोहराम मच गया. शहीद रतन कुमार ठाकुर का परिवार मूल रूप से कहलगांव के आमंडंडा थाना के रतनपुर गांव का रहने वाला है लेकिन अभी भागलपुर शहर के लोदीपुर मोहल्ले में किराए के मकान में रहता है.

पुलिस बल के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे

जम्मू-कश्मीर में 20 साल में सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है. पुलवामा में बीते गुरुवार को अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 37 जवान शहीद हो गए हैं. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे. जिनमें से ज्यादातर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद वापस लौट रहे थे. जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया. उधर, पीएम नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है. घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्‍पताल में इलाज चल रहा है.

(साभार- न्यूज 18)