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रैनसमवेयर साइबर अटैक के चलते बिजली सप्लाई पर असर नहीं

कर्मचारियों से कहा गया है कि वह संदिग्ध ई-मेल नहीं खोलें और न ही कोई फाइल डाउनलोड करें

Bhasha

बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी पावर ग्रिड ने कहा कि उसने साइबर हमले 'रैनसमवेयर' से बचने के लिए पर्याप्त उपाय किए हैं. उसने कहा कि ग्राहकों को इसके कारण बिजली सप्लाई को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है.

सोमवार को कंपनी के एक सीनियर अफसर ने कहा कि पावर ग्रिड के आला अधिकारियों ने 'रैनसमवेयर' से निपटने की रणनीति पर विचार किया.


अधिकारी ने कहा, ‘सीएमडी आई एस झा की अध्यक्षता में सोमवार सुबह हुई बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई. चूंकि पावर ग्रिड का परिचालन आईटी पर आधारित है इसलिए विस्तार से विचार-विमर्श किया गया.’

संदिग्ध ई-मेल नहीं खोलें और न फाइल डाउनलोड करें

अधिकारी के अनुसार कर्मचारियों से कहा गया है कि वह संदिग्ध ई-मेल नहीं खोलें और न ही ऐसा कोई फाइल डाउनलोड करें.

उन्होंने कहा, ‘कुछ बैंकों और अन्य क्षेत्रों के प्रभावित होने की खबर है लेकिन हमारे मामले में हमने अपनी प्रणाली के संरक्षण के लिए पूरे उपाय (फायरवाल की व्यवस्था) किए हैं.

रैनसमवेयर' के बारे में कहा जा रहा कि यह ऐसा गड़बड़ी पैदा करने वाला सॉफ्टवेयर है जिससे प्रभावित होते ही कंप्यूटर की सभी फाइल लॉक हो जा रही हैं. साइबर अपराधी उपकरणों को ठीक करने के लिए 300 डॉलर मूल्य की डिजिटल करेंसी बिटक्वाइन की फिरौती मांग रहे हैं. यह मालवेयर ई-मेल के जरिये फैलता है और कंप्यूटर को अपनी चपेट में ले लेता है.

इस वीकेंड तक इस 'रैनसमवेयर' के जरिए रूस और ब्रिटेन समेत 100 से अधिक देशों के कंप्यूटर सिस्टम पर साइबर हमला किया गया है. यह अब तक के इतिहास का सबसे व्यापक तौर पर फैलने वाला 'रैनसमवेयर' है.