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पॉर्न एडिक्ट पति से परेशान पत्नी की पॉर्न साइट बैन करने की अपील

महिला को लगता है कि पति-पत्नी के बीच खटपट का कारण पोर्न साइट हैं जिससे उनका वैवाहिक जीवन 'बरबाद' हो गया है

FP Staff

मुंबई की एक महिला सुप्रीम कोर्ट में अजीबोगरीब शिकायत लेकर पहुंची है. उसने अपने आरोपों में कहा है कि पति पॉर्न देखना का आदी है जिस कारण मियां-बीवी का रिश्ता खतरे में पड़ गया है. महिला ने कोर्ट से दरखास्त की है कि पॉर्न साइटों पर जितनी जल्द हो सके रोक लगाई जाए ताकि उनका दांपत्य जीवन पटरी पर लौट सके.

महिला को लगता है कि उनके बीच खटपट का कारण पॉर्न साइट हैं जिससे उनका वैवाहिक जीवन 'बरबाद' हो गया है.


पोर्न के चक्कर में बरबाद दांपत्य जीवन

न्यूज18 की खबर बताती है कि महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसका पति इतना 'बिगड़' चुका है कि रोजमर्रा की जिंदगी के काम भी नहीं कर रहा. पॉर्न देखने के चक्कर में उसने अपनी शारीरिक जरूरतों को भी अनदेखा करना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं, पति अब तलाक का दबाव बना रहा है और इसके लिए उसने फैमिली कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. महिला ने अपने हलफनामे में कहा है, मेरा पति पॉर्न का आदी हो चुका है जो अपना कीमती समय पॉर्न देखने में गुजारता है.

हलफनामे के मुताबिक, पति में कामोत्तेजना की भारी कमी आई है जिस कारण वह सेक्स संबंध भी नहीं बना पा रहा. हालांकि उसने मेरी इच्छा के खिलाफ जाकर कई बार मुझे अप्राकृतिक सेक्स के लिए मजबूर किया है. ऐसे में दिनोंदिन उनकी हरकतें असामान्य होती जा रही हैं जिससे हमारी वैवाहिक जिंदगी तबाह हुई जा रही है. महिला ने कहा, उसे पता चला है कि शादी से पहले ही उसका पति पॉर्न का आदी है.

पॉर्न से बरबाद हो रहा देश!

महिला ने कहा है, आसानी से पॉर्न की उपलब्धता देश की तरक्की पर काफी बुरा असर डाल रही है. देश की नई पीढ़ी बिगड़ी जा रही है और नैतिक व आध्यात्मिक मूल्य धाराशायी हो रहे हैं. अगर पॉर्न पर रोक न लगाई गई तो इससे प्रोडक्टीविटी तो गिरेगी ही, सेक्स अपराध तेजी से बढ़ेंगे, वैवाहिक विवादों में तेजी आएगी और नतीजतन बरबादी का आलम खड़ा हो जाएगा.

पहले भी आ चुकी हैं शिकायतें

पिछले साल ऐसी ही शिकायत लेकर एक महिला सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी. एक 12वीं का छात्र भी शिकायत लेकर पहुंचा था कि उसके कई मित्र पॉर्न देखते हैं, इसलिए इसपर फौरन रोक लगाई जाए.

सुप्रीम कोर्ट ने पॉर्न साइटों पर रोक के लिए सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है. हालांकि सरकार चाइल्ड पॉर्न पर तो रोक लगा चुकी है लेकिन इससे आगे की कार्रवाई पर कोई सख्ती नहीं दिखा रही.