दिल्ली में पिछले कई दिनों से चले आ रहे प्रदूषण में तेजी से गिरावट आ रही है. हालांकि रविवार को प्रदूषण स्तर ‘खतरनाक’ बना रहा.
प्रदूषण की निगरानी करने वाली एजेंसी सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसएएफएआर) ने बताया कि प्रदूषकों के तेजी से फैलने के चलते प्रदूषण ‘खतरनाक’ स्तर तक पहुंच गया है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों की मानें तो रविवार को दिल्ली-एनसीआर में पीएम 10 (10 एमएम से छोटे कण) का स्तर 424 और दिल्ली में 420 दर्ज किया गया है.
एसएएफएआर में वैज्ञानिक गुफरान बेग ने बताया कि तेज हवाएं चलने से प्रदूषण में कमी आई है. हवा की क्वालिटी में सुधार हुआ है. उन्होंने बताया कि क्वालिटी में आगे और सुधार होने की जरूरत है.
शहर में एअर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 402 है, जो अब भी खतरनाक बना हुआ है. 0-50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’ माना जाता है. वहीं 51-100 से को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘नियंत्रित’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 ‘बेहद खराब’ और 401-500 ‘खतरनाक’ माना जाता है.
बुधवार को दिल्ली-एनसीआर में पीएम 10 का स्तर 778 और दिल्ली में 824 पहुंच गया था, जो यह बताता है कि प्रदूषण ‘गर्मी’ से बढ़ा हो.