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पाकिस्तान में सिखों के जबरन धर्म परिवर्तन पर पंजाब में राजनीति गर्म

अकाली दल की एक टीम बुधवार शाम दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमिशन पहुंचकर अधिकारियों से इस मुद्दे पर बात करेगी

FP Staff

पाकिस्तान में सिखों के जबरन धर्म परिवर्तन को लेकर पंजाब की राजनीति गर्मा गई है. शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि अकाली दल की एक टीम बुधवार शाम दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमिशन पहुंचकर अधिकारियों से इस मसले पर बात करेगी.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी इसपर पहल करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को खत लिखकर पाकिस्तान से इस मुद्दे को उठाने की अपील की. अमरिंदर ने मंगलवार को ट्वीट किया, सुषमा स्वराज जी से अपील है कि वो पाकिस्तान के साथ इस मुद्दे को उठाएं. हम सिख समुदाय को इस तरह से पीड़ित होने नहीं दे सकते हैं. सिख पहचान के संरक्षण में मदद करना हमारा कर्तव्य है और विदेश मंत्रालय को उच्चतम स्तर पर उठाना चाहिए.

सुषमा ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि मामले को पाकिस्तान सरकार के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया जाएगा.

पिछले दिनों पाकिस्तान के अखबारों में यह खबर छपी थी कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के हंगू जिले में रहने वाले सिखों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगया था. सिख समुदाय का कहना है कि सरकार का एक अधिकारी टाल याकूब खान इस्लाम स्वीकार करने के लिए उन पर दबाव बना रहा है.

पाकिस्तान के नेशनल डेटाबेस एंड रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी के मुताबिक देश में लगभग 6 हजार सिख हैं, जो खैबर पख्तूनख्वा, संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्र (फाटा), सिंध, बलूचिस्तान, ननकाना साहिब, लाहौर और पंजाब के दूसरे हिस्सों में वर्षों से रहते हैं.