पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में गिरफ्तारियों का दौर जारी है. मंगलवार देर रात सीबीआई ने राजेश जिंदल नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. वह अगस्त 2009 से 2011 तक ब्रैडी हाउस ब्रांच के मैनेजर रह चुके हैं.
इससे पहले सीबीआई गोकुलनाथ शेट्टी, मनोज खरात और हेमंत भट्ट को गिरफ्तार कर चुकी है. बीते 17 फरवरी को सीबीआई कोर्ट ने तीनों आरोपियों को तीन मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था.
सीबीआई ने गोकुलनाथ शेट्टी, मनोज खरात और हेमंत भट्ट को कोर्ट में पेश किया था जहां से इन्हें तीन मार्च तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया. शेट्टी पीएनबी के डिप्टी मैनेजर और मनोज खरात बैंक में सिंगल विंडो ऑपरेटर थे. शेट्टी पद से रिटायर हो चुके हैं.
मनोज खरात के वकील कुदरत शेख ने बताया कि उनके मुवक्कील केवल एक बाबू थे और उन्होंने गोकुलनाथ शेट्टी के दबाव में पत्र टाइप किया. इस मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है. उनकी जमानत के लिए याचिका दायर की जाएगी. इससे पहले सीबीआई ने शेट्टी और मनोज खरात के अलावा नीरव मोदी ग्रुप के ऑथराइज्ड सिग्नटरी हेमंत भट्ट को भी गिरफ्तार किया था.
पीएनबी ने 14 फरवरी को दी घोटाले की जानकारी
पंजाब नेशनल बैंक ने 14 फरवरी को स्टॉक मार्केट को यह खबर दी कि इसके मुंबई ब्रांच में 11,400 करोड़ रुपए का घपला हुआ है. एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ने डायमंड कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ मनी लॉउंड्रिंग का केस हुआ. यह केस नीरव मोदी सहित इसके सभी रिश्तेदारों पर हुआ है. गुरुवार को ईडी ने देशभर में दर्जनों जगहों पर छापे मारे.
11,400 करोड़ रुपए के घोटाले की शुरुआत 2011 में हुई. तब नीरव मोदी ने मुंबई में पंजाब नेशनल बैंक के ब्रैडी हाउस ब्रांच में एक लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) खोला गया था.