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सरदार सरोवर बांध: पीएम मोदी के भाषण की खास बातें

पीएम मोदी ने कहा 'आपके लिए जीने में अपने परिश्रम में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा. मैं जिउंगा तो सिर्फ आपके लिए और मरुंगा भी तो आपके लिए'

FP Staff

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को सरदार सरदार सरोवर बांध का उद्घाटन करने गुजरात पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यक्रम के समापन संबोधन में लोगों को बांध निर्माण में सहयोग करने के लिए धन्यवाद कहा.

इस प्रोजेक्ट से किसान का भला होगा


पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में कहा 'मुझे जन्मदिन की भी बहुत बधाई दी जा रही हैं. मैं हृदय से उनका आभार व्यक्त करता हूं. मैं आपके लिए जीने में अपने परिश्रम में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा. मैं जिउंगा तो सिर्फ आपके लिए और मरुंगा भी तो आपके लिए.'

उन्होंने कहा 'इस बांध से किसान का भला होगा,पीने का पानी मिलेगा, लेकिन हमारे देश में देखिए पश्चिमी भारत पानी के लिए तरसता है और पूर्वी भारत को विकास के लिए गैस चाहिए, बिजली चाहिए. हमने भारत का संतुलित विकास किया है. ताकि मेरा पश्चिम भी ताकतवर बने पूर्व भी ताकतवर बने. इसके लिए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं.'

पीएम मोदी ने बिना नाम लिए पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मेरे साथ किस-किस ने राजनीति की मेरे पास कच्चा चिट्ठा है, लेकिन मुझे राजनीति करनी नहीं आती. सरदार सरोवर बांध पानी के लिए तरसते लोगों के लिए संकल्प का कार्यक्रम है. कुछ पल होते हैं जो व्यक्ति के जीवन को भावुकता से भर देते हैं. ये रुखी-सूखी मेरी धरती मां को जब एक बेटा पानी देता है तो उससे ज्यादा भावुक पल क्या हो सकते हैं.'

उन्होंने कहा, 'जब मैं गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में काम कर रहा था. सीमा पर जाना मेरा स्वभाव था. सेना के जवानों के बीच मैं दिवाली उनके साथ मनाया करता था. बीएसएफ के जवान पीने के लिए पानी सैंकड़ों ऊंट पानी ढोकर लाते थे. तब जाकर हमारे देश जवानों को पीने का अवसर मिलता था. अब जब सरदार सरोवर बांध का काम आगे बढ़ा. तो मैंने संकल्प लिया कि देश के जवान तक पीने का पानी पहुंचाउंगा.'

दुनिया की कोई ताकत ऐसी नहीं थी जिसने इसमें रुकावट ना पैदा की हो

पीएम मोदी ने कहा 'ये हमारा दुर्भाग्य रहा कि हमें अंबेडकर और सरदार पटेल जैसे महापुरुषों को बहुत पहले खोना पड़ा. योजनाएं बनना योजनाएं पूरी होना बहुत स्वभाविक होता है, लेकिन शायद हिंदुस्तान में जितनी तकलीफें मां नर्मदा को झेलनी पड़ी इस योजना को झेलनी पड़ी. शायद ही किसी को इतनी मुसीबत झेलनी पड़ी हो. दुनिया की कोई ताकत ऐसी नहीं थी जिसने इसमें रुकावट पैदा ना की हो.'

प्रधानमंत्री ने कहा 'सरदार वल्लभ भाई पटेल की आत्मा आज जहां भी होगी हम पर अपने आशीर्वाद बरसाती होगी. आजादी से पहले सरदार पटेल ने सरदार सरोवर बांध का सपना देखा था. मैं आज विश्वास के साथ कहना चाहता हूं. अगर सरदार कुछ और साल जीवित रहे होते तो ये सरदार सरोवर बांध 60-70 के दशक में ही बन गया होता.'

पीएम ने कहा, 'हमारे देश के वीर सेनापति अर्जन सिंह हमें छोड़कर चले गए. अभी कुछ दिन पहले हम एक कार्यक्रम में मिले तो वो खड़े होकर सैल्यूट करते थे. कल जब उन्हें मैं मिलने हॉस्पिटल गया तो शरीर साथ नहीं दे रहा था. ऐसे एक वीर सैनिक को हमने खो दिया है. उनकी त्याग तपस्या को ये देश याद रखेगा. आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेकर देश के लिए कुछ करने का योगदान लेगी.'

उन्होंने कहा, 'सरदार पटेल की प्रतिमा टूरिज्म का एक ऐसा सेंटर बन जाएगा. यहां के आस-पास के लोगों की रोजी-रोटी का सपना बनने वाला है. यह सपना मैंने देख रखा है. कुछ लोगों को लगता है कुछ मुट्ठी भर लोगों ने ही इस देश को आजाद किया. 1857 से 1947 तक मेरे आदिवासियों ने बलिदान दिया है. आजादी की जंग में आदिवासी बलिदान देने से कभी पीछे नहीं रहा है. मेरे देश की भावी पीढ़ी को पता चलना चाहिए.'