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केदारनाथ के कपाट खुलते ही दर्शन को पहुंचे पीएम मोदी

पीएम ने भगवान शिव की विशेष पूजा रूद्राभिषेक में भाग लिया

Bhasha

उत्तराखंड के विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के दिन बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां पहुंच कर भगवान शिव की पूजा अर्चना की.

उत्तराखंड के राज्यपाल डॉ कृष्णकांत पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ मोदी ने करीब साढ़े नौ बजे फूलों से सजे मंदिर में प्रवेश किया और वहां करीब आधे घंटे तक भगवान शिव की विशेष पूजा रूद्राभिषेक में भाग लिया. इस दौरान प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे.


पंडितों ने बताया कि भगवान शिव को सृष्टि का पालक माना गया है और यह रूद्राभिषेक पूजा समाज और देश कल्याण के लिए की जाती है .

पूजा समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री ने वर्ष 2013 में आयी भीषण आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए और उनमें से कुछ पुनर्निर्मित हुए स्थानों को भी देखा और स्थिति का जायजा लिया.

प्रधानमंत्री के आने की खबर सुनकर मंदिर परिसर और उसके आसपास के स्थानों पर सुबह से जुटे श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों को भी मोदी ने निराश नहीं किया और काफी देर तक हाथ हिला-हिलाकर उनका अभिवादन करते रहे. इस दौरान उन्होंने अपने पिता की गोद में मौजूद एक छोटी बच्ची से बात भी की.

प्रदेश के पर्यटन सचिव शैलेश बगोली ने प्रधानमंत्री को इस अवसर पर केदारनाथ मंदिर की एक प्रतिकृति भी भेंट की. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने भी मोदी को एक स्मृतिचिह्न दिया .

श्रद्धालुओं के लिये सर्दियों में छह माह बंद रहने के बाद 11000 फीट से ज्यादा उंचाई पर स्थित केदारमंदिर के कपाट सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर पारंपरिक रीति रिवाजों के साथ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ खोले गये.

उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चारधाम सर्दियों में भारी बर्फवारी और भीषण ठंड की चपेट में रहने के कारण श्रद्धालुओं के लिये बंद कर दिए जाते हैं जो गर्मियों की शुरुआत में दोबारा खोल दिए जाते हैं. रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ के अलावा उत्तरकाशी जिले में स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट अक्षय तृतीया के दिन 28 अप्रैल को पहले ही खोले जा चुके हैं जबकि चमोली में स्थित बदरीनाथ के कपाट छह मई को खुलेंगे.

इससे पहले, मोदी यहां के निकट स्थित जौलीग्रांट हवाईअड्डे पहुंचे जहां उनके स्वागत के लिये राज्यपाल और मुख्यमंत्री के अलावा केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टम्टा और हरिद्वार के सांसद रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे.