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नमो ऐप के जरिए कर्नाटक BJP कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे PM मोदी

प्रधानमंत्री मोदी 26 अप्रैल को सुबह नौ बजे कर्नाटक बीजेपी के सभी जन प्रतिनिधियों, विधानसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए संवाद करेंगे

FP Staff

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अभियान को धार प्रदान करने की कवायद के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह राज्य में पार्टी के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों, जन प्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए संवाद करेंगे.

प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक में बीजेपी के प्रचार अभियान के तहत एक मई को उडुपी पहुंचेंगे. बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने ‘भाषा’ को बताया, ‘मोदी एक मई को उडुपी जाएंगे जहां उनका श्री कृष्ण मठ जाने का कार्यक्रम है. इसके बाद वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे.’


इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 26 अप्रैल को सुबह नौ बजे कर्नाटक बीजेपी के सभी जन प्रतिनिधियों, विधानसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से नरेंद्र मोदी ऐप के जरिए संवाद करेंगे.

मोदी के कर्नाटक चुनावी दौरे के कार्यक्रम को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है और वह 15 से अधिक रैलियों को संबोधित करेंगे. कर्नाटक में बीजेपी सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है. चुनाव से पहले सर्वेक्षणों में राज्य में इन दोनों दलों के बीच कड़ा मुकाबला होने की बात कही गई है.

बीजेपी को उम्मीद है कि मतदान से पहले प्रचार अभियान के आखिरी दिनों में मोदी के जबर्दस्त चुनाव अभियान से पलड़ा उसके पक्ष में झुक सकता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने पहले राज्य में कई जनसभाओं को संबोधित किया था लेकिन चुनाव आयोग द्वारा 27 मार्च को विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित करने के बाद से वह चुनाव प्रचार के लिये कर्नाटक नहीं गए हैं. राज्य में 12 मई को मतदान है और मतगणना 15 मई को होगी.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए बीजेपी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे के कार्यक्रमों को अंतिम दे रही है . योगी आदित्यनाथ के दौरे को इसलिए भी महत्व दिया जा रहा है क्योंकि कर्नाटक के कई इलाकों में नाथ संप्रदाय का अच्छा खासा प्रभाव है .

पार्टी ने राज्य के 224 विधानसभा क्षेत्रों में हर सीट पर 'शक्ति केंद्र स्थापित करने की पहल की है. हर पांच-छह बूथ पर एक शक्ति केंद्र स्थापित किया गया है.

हर विधानसभा सीट पर 12 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है जिसमें अनुसूचित जाति, जनजाति, अल्पसंख्यक, युवा, महिलाओं को सदस्य के रूप में शामिल किया गया है.