वीआईपी कल्चर का विरोध करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इसका एक और उदाहरण पेश किया. आम तौर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के काफिले निकलने से पहले सड़क के दोनों तरफ ट्रैफिक कुछ देर तक के लिए रोक दिया जाता है.
लेकिन शनिवार को जब प्रधानमंत्री मोदी का काफिला दिल्ली के सरदार पटेल मार्ग से गुजरा तो वहां ट्रैफिक को बिना रोके नियमित तरीके से चलने दिया गया.
प्रधानमंत्री असम के पहले वैश्विक निवेशक सम्मेलन 'ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2018' में शिरकत करने गुवाहाटी जा रहे थे. उनका काफिला यहां से गुजरा तो भी सड़क की दूसरी साइड ट्रैफिक सामान्य रूप से चालू था.
पीएम मोदी 2014 में सत्ता में आए थे तो उन्होंने अपने इरादों से जाहिर कर दिया था कि वह वीआईपी कल्चर के समर्थक नहीं हैं. मोदी ने देश में जारी वीआईपी कल्चर को खत्म करने की दिशा में काम करते हुए सरकारी वाहनों पर से लाल बत्ती हटाने का आदेश दिया था.
इस नियम के तहत राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत सभी वीआईपी के वाहनों पर लगी लाल बत्ती को हटा लिया गया था. जिससे वर्षों से चला आ रहा लाल बत्ती कल्चर खत्म हुआ था.