view all

मोदी के मंत्री किरन रिजिजु पर भ्रष्टाचार का आरोप

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजु पर पूर्वोत्तर में बांध निर्माण मे हुए भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगा है.

FP Staff

अब तक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का दावा करने वाले पीएम मोदी के लिए उन्हीं के एक मंत्री मुसीबत बन गए हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजु पर पूर्वोत्तर में बांध निर्माण मे हुए भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगा है.

नार्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पॉवर कॉरपोरेशन के एक ठेके में रिजिजु के भाई गोबोई रिजिजु पर भ्रष्टाचार का आरोप है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने इस ठेके का बिल पास करवाने के लिए कॉरपोरेशन के मुख्य सतर्कता अधिकारी पर दबाव बनाने का आरोप है.


सतर्कता अधिकारी गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी सतीश वर्मा हैं. उन्होंने मामले से जुड़ी अपनी रिपोर्ट सीबीआई, केंद्रीय सतर्कता आयोग और ऊर्जा मंत्रालय को भेज दी है. इस रिपोर्ट में अरुणाचल प्रदेश में बन रहे दो बांधों के लिए पत्थरों ढोने में धांधली का अंदेशा जताया गया है.

सुबह इंडियन एक्सप्रेस में छपी इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने एक ऑडियो टेप भी जारी किया है. इस ऑडियो टेप में रिजिजु के भाई और कॉरपोरेशन के सतर्कता अधिकारी सतीश वर्मा के बीच बातचीत रिकार्ड है.

केंद्रीय के मुख्य सतर्कता अधिकारी सतीश वर्मा ने अपनी रिपोर्ट में ठेकेदारों पर बिल पास करने के लिए रिजिजु से दबाव डलवाने का आरोप लगाया है.

129 पेज की इस रिपोर्ट में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरन रिजिजु और उनके भाई गोबोई रिजिजु को अरुणाचल के दो डैम के निर्माण में भ्रष्टाचार का संदिग्ध पाया गया है. इस रिपोर्ट में कॉरपोरेशन के कई अधिकारियों पर भी भ्रष्टाचार में शामिल होने का शक जताया गया है.

घोटाले की रकम 450 करोड़ रुपए के आसपास

सतर्कता अधिकारी की रिपोर्ट की माने तो घोटाले की रकम 450 करोड़ रुपए के आसपास हो सकती है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार सीबीआई रिपोर्ट मिलने के बाद दो बार भिचोम डैम का औचक निरक्षण कर चुकी है. हालांकि, मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.

गुजरात कैडर के आईपीएस एधिकार वर्मा को इस रिपोर्ट के बाद कॉरपोरेशन के मुख्य सतर्कता अधिकारी के पद से हटाकर सीआरपीएफ, त्रिपुरा भेज दिया गया है. अपनी रिपोर्ट में वर्मा ने डैम बनाने के लिए पत्थरों की ढुलाई में लगी एजेंसी पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड पर फर्जी बिल लगाने का शक जताया है. अपनी जांच में वर्मा ने पटेल इंजीनियरिंग के कई चालान भी फर्जी होने की बात कही है.

केंद्रीय मंत्री रिजिजु पर इसी पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के बिल पास करवाने के लिए दबाव बनाने का आरोप है.

रिजिजु ने माना है कि उन्होंने पटेल इंजीनियरिंग का पत्र लेते हुए चिट्ठी लिखी थी. लेकिन ऐसा उन्होंने स्थानीय ठेकेदारों से बार बार अपील किए जाने के बाद किया. अपनी लिखा हुई चिट्ठी रिजिजु ने ट्विटर अकाउंट पर जारी की.

Really cheap! This is the copy of representation I received & forwarding letter to Power Minister. Is it a corruption helping poor Tribals? pic.twitter.com/lwQXthQsNI

कांग्रेस ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है.