प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के युवा उद्यमियों से विकास का सिपाही बनने और आयात पर निर्भरता कम करने में मदद की अपील की है. इसके अलावा उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि भारत ‘कम-नकदी’ वाली इकोनॉमी बने.
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को दिल्ली में देश भर के 200 से अधिक सीईओ और स्टार्टअप कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की. इस अवसर पर मोदी ने अपने संबोधन में उनसे कृषि निर्यात बढ़ाने और पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में भी काम करने को कहा.
नीति आयोग द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘परिवर्तन के अगुवा’ में पीएम मोदी न कहा, ‘गांधी जी ने आजादी को एक जन-आंदोलन बनाया. हर सरकार ने भारत को आगे बढ़ाने की कोशिश की. लेकिन विकास जन आंदोलन नहीं बन पाया है.’
उन्होंने कहा, ‘जिस उत्साह से महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया, हमें उसी भावना से भारत के विकास को जन-आंदोलन बनाने की जरूरत है.’ युवा उद्यमियों को विकास का सिपाही बनने का आह्वान करते हुए मोदी ने कहा कि साथ काम कर हम देश के समक्ष मौजूदा कई समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. मोदी ने उद्यमियों से दिवाली गिफ्ट के तौर पर खादी कूपन वितरित करने को कहा.
भारत को कम नकदी वाला समाज बनने की ओर आगे बढ़ने की जरूरत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री ने सीईओ से कैशलेस लेन-देन के लिये भीम एप के इस्तेमाल को प्रोत्साहित करने को कहा. साथ ही उनसे यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि 2022 तक उनके कर्मचारी कैशलेस लेन-देन करने वाले बन सकें.