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प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' की 10 अहम बातें

प्रधानमंत्री ने कहा, हम सबका दायित्व बनता है कि हम प्रकृति प्रेमी बनें, प्रकृति के रक्षक बनें, प्रकृति के संवर्धक बनें, जिससे प्रकृति प्रदत्त चीजों में संतुलन बनेगा

FP Staff

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में देश के लोगों को संबोधित किया. इसे ऑल इंडिया रेडियो, दूरदर्शन और अन्य राष्ट्रीय-क्षेत्रीय चैनलों पर सुना गया. अपने संबोधन में पीएम ने बाढ़ की मार झेल रहे लोगों को सांत्वना दी और हर हाल में मदद का भरोसा दिलाया. आइए जानते हैं उनके संबोधन की 10 अहम बातें-


1-प्रधानमंत्री ने कहा, हम सबका दायित्व बनता है कि हम प्रकृति प्रेमी बनें, प्रकृति के रक्षक बनें, प्रकृति के संवर्धक बनें, जिससे प्रकृति प्रदत्त चीजों में संतुलन बनेगा.

2-पीएम ने कहा, पिछले दिनों हमारे देश के प्रिय कवि नीरज जी हमें छोड़कर चले गए. नीरज जी की एक विशेषता रही थी, आशा, भरोसा, दृढ़संकल्प, स्वयं पर विश्वास हर बात प्रेरणा दे सकती है. मैं नीरज जी को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं.

3-3-प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, जुलाई वह महीना है जब युवा अपने जीवन के उस नए चरण में क़दम रखते हैं. छात्रों का ध्यान घर से हॉस्टल पर चला जाता है. छात्र parents की छाया से professors की छाया में आ जाते हैं. मुझे पूरा यकीन है कि मेरे युवा-मित्र college जीवन की शुरुआत को लेकर काफी उत्साही और खुश होंगे.

4-पीएम ने एक छात्र के बारे में कहा, मध्यप्रदेश के अत्यंत गरीब परिवार के आशाराम चौधरी ने जीवन की मुश्किल चुनौतियों को पार करते हुए सफलता हासिल की है. उन्होंने जोधपुर AIIMS की MBBS की परीक्षा में अपने पहले ही प्रयास में सफ़लता पाई है. मैं उनकी इस सफ़लता के लिए उन्हें बधाई देता हूं.

5- पीएम ने आगे कहा, अनेक छात्रों ने, विपरीत परिस्थियों के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से कुछ ऐसा कर दिखाया है, जो हमें प्रेरणा देता है. चाहे वो दिल्ली के प्रिंस कुमार हों, जिनके पिता DTC में बस चालक हैं या फिर कोलकाता के अभय गुप्ता जिन्होंने street lights के नीचे पढ़ाई की.

6-पीएम मोदी ने कहा, कुछ दिन पहले मेरी नजर एक खबर पर गई, जिसमें लिखा था -‘दो युवाओं ने किया मोदी का सपना साकार’. खबरी पढ़ी तो जाना कि कैसे हमारे युवा Technology का smart और creative use करके सामान्य व्यक्ति के जीवन में बदलाव का प्रयास करते हैं.

7-प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, मैंने Brain-Drain को Brain-Gain में बदलने की अपील की थी. रायबरेली के दो IT Professionals, योगेश साहू जी और रजनीश बाजपेयी जी ने मेरी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए एक अभिनव प्रयास किया और एक SmartGaon App तैयार किया है.

8-पीएम ने कहा, ज्ञानेश्वर, नामदेव, एकनाथ, तुकाराम-अनगिनत संत महाराष्ट्र में आज भी जन-सामान्य को शिक्षित कर रहे हैं. अंध्रश्रद्धा के खिलाफ लड़ने की ताकत दे रहे हैं और हिंदुस्तान के हर कोने में यह संत परंपरा प्रेरणा देती रही है. चाहे वो उनके भारुड हों या अभंग हों, हमें उनसे सदभाव, प्रेम और भाईचारे का महत्वपूर्ण संदेश मिलता है.

9-चंद्रशेखर आजाद की बहादुरी और स्वतंत्रता के लिए उनका जुनून कोई युवाओं को प्रेरित किया. आजाद ने अपने जीवन को दांव पर लगा दिया लेकिन विदेशी शासन के सामने वे कभी नहीं झुके. ये मेरा सौभाग्य रहा कि मुझे मध्यप्रदेश में चंद्रशेखर आजाद के गांव अलीराजपुर जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. इलाहाबाद के चंद्रशेखर आजाद पार्क में भी श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का अवसर मिला.

10-पीएम ने कहा, अगस्त महीना इतिहास की अनेक घटनाएं, उत्सवों की भरमार से भरा रहता है. मैं आप सभी को उत्तम स्वास्थ्य के लिए, देशभक्ति की प्रेरणा जगाने वाले, अगस्त महीने के लिए और अनेक उत्सवों के लिए बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.