लखनऊ में एक छोटी बच्ची की हत्या के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों से पुलिस की झड़प हो गई. आक्रोशित लोगों ने पुलिस से धक्का मुक्की की और उन पर पत्थर बरसाए. बता दें कि कुछ महीनों से उत्तर प्रदेश पुलिस उपद्रवियों के निशाने पर है. बीते शनिवार को पीएम मोदी की रैली से लौट रहे पुलिसकर्मियों पर गाजीपुर के ननोहारा में कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया था. इस पथराव की चपेट में आने से गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई थी. वह प्रतापगढ़ के लक्ष्मीपुर-रानीपुर के रहने वाले थे.
पुलिस ने इस घटना में 32 नामजद और 60 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है. इसके साथ ही 11 लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है. इस मामले में योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार को 40 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. बता दें कि इसी तरह की घटना बुलंदशहर और प्रतापगढ़ में भी कुछ दिन पहले हुए थी जिसमें भीड़ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. वहीं प्रतापगढ़ में दिनदहाड़े बदमाशों ने जेल के पास प्रधान बंदीरक्षक हरिनारायण त्रिवेदी की हत्या कर दी थी.