संसद का मॉनसून सत्र जारी है. इस दौरान गृंह मंत्री राजनाथ सिंह ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर बात की. उन्होंने भीड़ की हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं. केंद्र ने राज्य सरकार को इसे लेकर काफी बार निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि भीड़ की हिंसा रोकना राज्य सरकार का काम है.
उन्होंने कहा कि जहां भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं होती हैं, मैं उस राज्य के मुख्यमंत्री से बात करता हूं.
राजनाथ सिंह ने कहा, 'हमने इन घटनाओं को लेकर हाल ही में एक एडवाइजरी भी जारी की है और 2016 में भी की थी. सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब अफवाहों को फैलाने के लिए भी किया जाता है. जो मॉब लिंचिंग जैसी घटनाओं का मुख्य कारण बनते हैं.' उन्होंने कहा, ' हमने सभी सोशल साइट्स को इन अफवाह वाले मैसेजों पर रोक लगाने के लिए कहा है.'
कांग्रेस ने किया वॉक आउट
वहीं मॉब लिंचिंग पर राजनाथ सिंह के इस बयान के खिलाफ कांग्रेस ने लोकसभा से वॉक आउट कर दिया है.
इससे पहले मॉनसून सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में कांग्रेस मॉब लिंचिंग के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव दिया था.
इससे पहले मंगलवार को मॉब लिंचिंग पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि किसी को भी कानून को हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. इसे रोकने के लिए देश की संसद विचार करे और कानून बनाए. इसी के साथ कोर्ट ने ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वालो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए थे.