कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि एनडीए सरकार के कार्यकाल में किसानों की आत्महत्या के मामलों में 42 फीसदी की वृद्धि हुई है.
शून्यकाल में ये मुद्दा उठाते हुए सिंह ने कहा कि सरकार बनने से पहले बीजेपी ने किसानों को सपने दिखाते हुए बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन उनमें से एक भी वादा आज तक पूरा नहीं किया. किसानों की हालत दिन पर दिन खराब हो रही है.
उन्होंने दालों, आलू और प्याज की कीमत में गिरावट का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य तक नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने किसानों के मुद्दे पर व्यापक चर्चा की मांग भी की.
असम की बाढ़ भी रहा मुद्दा
कांग्रेस के ही संजय सिंह ने असम में आई बाढ़ का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार को युद्धस्तर पर राहत कार्य शुरू करना चाहिए और नुकसान का आकलन करने के बाद विशेष पैकेज का एलान करना चाहिए.
उनके पार्टी सहयोगी रिपुन बोरा ने राज्य की बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि असम सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी.
कांग्रेस नेता विप्लव ठाकुर ने महिलाओं का मुद्दा उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा में लिंग अनुपात का यह हाल है कि विवाह के लिए दूसरे राज्यों में लड़कियां तलाशनी पड़ रही हैं.
विप्लव ने सरकार से इस दिशा में ठोस कदम उठाने की मांग की. उप सभापति पीजे कुरियन ने संसदीय मामलों के राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से इस पर ध्यान देने को कहा .