अगले साल अप्रैल तक दिल्ली की सभी टैक्सियों में जीपीएस लिंक्ड पैनिक बटन लगाई जाएंगी. इसमें उबर, ओला जैसी टैक्सी जो कि ऐपलिकेशन बेस्ड होती हैं,भी शामिल हैं. दिल्ली परिवहन विभाग ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है.
हालांकि पूर्व में तो इस फैसले को इसी साल लागू करने की बात चल रही थी, लेकिन फिर इसे अगले साल के लिए टाल दिया गया.
टैक्सी में लगाई जाने वाले पैनिक बटन की क्या होगी खासियत?
ये पैनिक बटन जीपीएस से कनेक्टेड होंगे. जैसे ही कोई पैसेंजर इस बटन को दबाएगा, उसी समय कंट्रोल रूम में लगे जीपीएस की ट्रैकिंग स्क्रीन पर 'एसओएस' आइकन फ्लैश करेगा. इससे सुरक्षा विभाग के लोगों को टैक्सी की सटीक लोकेशन का पता चल जाएगा और जल्द से जल्द कार्रवाई भी की जाएगी.
इस साल की शुरुआत में ही परिवहन विभाग ने दिल्ली की सिविल लाइन एरिया में ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर खोला था. इस दौरान अधिकारियों ने शहर में चल रही टैक्सी, ऑटोरिक्शा और लोक-वाहनों का रियल-टाइम लोकेशन ट्रैक करना शुरू कर दिया, लेकिन वो ऐपलिकेशन बेस्ड टैक्सियों को ट्रैक नहीं कर पाते थे.
इस तरह की टैक्सियों और कैब में एक अलग तरह की सिस्टम होती है. हालांकि अब केंद्र ने सभी टैक्सियों में पैनिक बटन लगाने को अनिवार्य कर दिया है. चाहे वो साधारण टैक्सियां हों या ऐपलिकेशन बेस्ड टैक्सियां.