view all

पाकिस्तान ने संघर्षविराम उल्लंघन के मामले में भारतीय दूत को तलब किया

गोलीबारी के कारण हरपाल गांव में 24 वर्षीय एक आम नागरिक की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए

FP Staff

पाकिस्तान ने भारतीय बलों द्वारा कथित रूप से 'बिना किसी उकसावे के किए गए संघर्षविराम उल्लंघन' को लेकर भारतीय उप उच्चायुक्त जे पी सिंह को शुक्रवार को दो दिन में दूसरी बार तलब किया.

विदेश मामलों के कार्यालय ने कहा, 'सियालकोट सेक्टर में 19 जनवरी को ‘वर्किंग बाउंड्री’ के पास भारतीय बलों द्वारा बिना किसी उकसावे के किए गए संघर्षविराम उल्लंघन' को लेकर महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं दक्षेस) मोहम्मद फैसल ने सिंह को तलब किया.


उन्होंने कहा कि गोलीबारी के कारण हरपाल गांव में 24 वर्षीय एक आम नागरिक की मौत हो गई और नौ अन्य लोग घायल हो गए.

सिंह को कथित रूप से 'बिना किसी उकसावे के संघर्षविराम' में दो महिलाओं की मौत होने के बाद गुरुवार को तलब किया गया था.

फैसल ने कहा, 'भारतीय बल पिछले दो दिनों से असैन्य आबादी वाले गांवों में भारी मोर्टार और स्वचालित हथियारों से वर्किंग बाउंड्री पर लगातार अंधाधुंध और बिना किसी उकसावे से गोलीबारी कर रहे हैं.'

उन्होंने आरोप लगाया कि संयम बरतने की अपील के बावजूद भारत लगातार संघर्षविराम उल्लंघन कर रहा है.

फैसल ने कहा कि वर्ष 2018 में मात्र 19 दिनों में भारतीय बलों ने नियंत्रण रेखा और ‘वर्किंग बाउंड्री’ के पास 125 से अधिक बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया जिससे चार निर्दोष नागरिकों की मौत हो गई और 20 अन्य लोग घायल हो गए.

उन्होंने कहा, 'भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में इस प्रकार का अप्रत्याशित बढ़ावा वर्ष 2017 से जारी है. पिछले साल भारतीय बलों ने 1900 से अधिक बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया.'

फैसल ने कहा कि असैन्य आबादी वाले इलाकों को जानबूझकर निशाना बनाना वास्तव में निंदनीय है और यह मानव गरिमा, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों और मानवतावादी कानूनों के खिलाफ है. उन्होंने कहा, 'भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन क्षेत्रीय शांति एवं सुरक्षा को खतरा हैं.'

फैसल ने भारत से 2003 के संघर्षविराम समझौते का सम्मान करने, संघर्षविराम उल्लंघनों की जांच करने, बलों को संघर्षविराम का सम्मान करने का निर्देश देने और नियंत्रण रेखा एवं 'वर्किंग बाउंड्री' पर शांति बनाए रखने की अपील की.

फैसल ने भारत से भारत एवं पाकिस्तान से संबंधित संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत सौंपी गई भूमिका निभाने देने की भी अपील की.