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भारतीय अफसरों का भेष धरकर पाकिस्तान जुटा रहा है गोपनीय सूचनाएं

गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में इसकी जानकारी दी

Bhasha

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के लोग खुद को वरिष्ठ भारतीय सैन्य और प्रशासनिक अधिकारी बताकर भारतीय अधिकारियों से भारत-पाक सीमा पर सैनिकों की तैनाती से जुड़ी जानकारियां जुटा रहे हैं. केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में इस बात की जानकारी दी.

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने एक सवाल के लिखित जवाब में बताया कि राजस्थान के सीमावर्ती जिलों बाड़मेर, जैसलमेर और श्रीगंगानगर जिलों के कुछ इलाकों में पाकिस्तानी मोबाइल नेटवर्क की फ्रीक्वेंसी रिकॉर्ड की गई है.


उन्होंने कहा कि ‘पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लोग डाक विभाग, रेल, राजस्व विभाग के पटवारियों, इलाके के सरपंच सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और सुरक्षा बल के जवानों आदि को अक्सर फोन कर खुद को सीनियर आर्मी अफसर या प्रशासनिक अधिकारी बताकर अपने मतलब की सूचनाएं जुटाया करते हैं.

रिजिजू ने कहा कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई समेत अन्य एजेंसियां राजस्थान, पंजाब और गुजरात में भारत-पाकिस्तान सीमा पर जवानों की तैनाती और दूसरी सैन्य गतिविधियों की सूचनायें हासिल करने के लगातार प्रदास कर रही हैं. रिजिजू ने कहा कि भारतीय अधिकारियों को ताकीद की जा रही है कि उन्हें कॉल करने वालों की पहचान पक्का किए बिना वो संवेदनशील जानकारियां किसी भी हालत में शेयर न करें.

गृह राज्य मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के टेलीफोन नेटवर्क की फ्रीक्वेंसी के अतिक्रमण का मामला भारत द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर समय-समय पर उठाता रहता है. हालांकि रिजिजू ने कहा कि सीमा से लगे इलाकों में पाकिस्तानी इंटरनेट सेवा का व्हाट्सएप या फेसबुक चलाने में इस्तेमाल करने का फिलहाल कोई मामला सामने नहीं आया है.