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BMC स्कूलों के बच्चे बनना चाहते हैं किसान, इसके बाद सेना और पुलिस का नंबर

मुंबई महानगरपालिका के अधिकारी ने बताया कि सर्वेक्षण रिपोर्ट का यह नतीजा आश्चर्यजनक है क्योंकि देश की वित्तीय राजधानी में विद्यार्थियों के इतने बड़े हिस्से ने कृषि में अपना रुझान दिखाया है

Bhasha

मुंबई महानगरपालिका के स्कूलों के नौ फीसदी से अधिक बच्चे व्यवसाय के रूप में कृषि को अपनाना चाहते हैं. सेना और पुलिस सेवा को अपना करियर बनाने वाले विद्यार्थी उसके बाद क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं.

मुंबई महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महानगरपालिका की सर्वेक्षण रिपोर्ट का यह नतीजा आश्चर्यजनक है क्योंकि देश की वित्तीय राजधानी में विद्यार्थियों के इतने बड़े हिस्से ने कृषि में अपना रुझान दिखाया है.


महानगरपालिका के 210 विद्यालयों में कक्षा नौ के 12,500 से अधिक विद्यार्थियों पर सर्वेक्षण किया गया. उनमें से 9.46 फीसदी विद्यार्थियों का कहना था कि वे कृषक (किसान) बनना चाहते हैं, 7.3 फीसदी का सेना से जुड़ने का लक्ष्य है जबकि 7.25 फीसदी विद्यार्थियों ने पुलिस में जाने की इच्छा जताई.

रविवार को जारी इस रिपोर्ट के मुताबिक इसके अलावा, 6.99 फीसदी बच्चे पैरामेडिकल कर्मी बनना चाहते हैं, जबकि 4.11 फीसदी बच्चे एकाउंटेंसी को अपना पेशा बनाने के पक्ष में थे.

पिछले साल बीएमसी ने कक्षा नौवीं के विद्यार्थियों को ‘भविष्य के लिए तैयार’ करने के प्रयास के तहत शहर के एनजीओ अंतरंग के साथ हाथ मिलाया और उन्हें करियर काउंसलिंग प्रदान करना शुरू किया. अधिकारी ने कहा कि करियर काउंसलिंग के परिणामों को बच्चों के अभिभावकों के साथ व्यक्तिगत तौर पर साझा किया गया.