दिल्ली में रोजाना औसतन 18 बच्चे लापता होते हैं. एक गैर सरकारी संगठन ने दिल्ली पुलिस से हासिल आंकड़ों के आधार पर यह जानकारी दी है. बाल अधिकार संस्था 'चाइल्ड राईट्स एण्ड यू (क्राई)' ने दिल्ली पुलिस के हवाले से यह जानकारी दी. क्राई और अलायन्स फॉर पीपुल्स राईट (एपीआर) की ओर से मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में लापता बच्चों के आंकड़ों पर चर्चा हुई.
संगठन के मुताबिक दिल्ली पुलिस से मिले आंकड़ों की बात करें तो 2017 में दिल्ली में रोज़ाना औसतन 18 बच्चे लापता हुए. इस तरह पूरे साल में कुल 6450 बच्चे (3915 लड़कियां और 2535 लड़के) लापता हुए. ऐसे में दिल्ली उन शहरों की सूची में सबसे उपर है जहां हर साल बड़ी संख्या में बच्चे लापता हो रहे हैं.
और विडम्बना ये है कि गायब हुए हर 10 में 6 बच्चों का पता नहीं चलता. एनसीआरबी के आंकड़े के अनुसार दिल्ली में गायब हुए बच्चे की खोज न होने पाने का प्रतिशत 63 है. वहीं पूरे देश में ये आंकड़ा 30 प्रतिशत है.
पिछले पांच सालों में अकेले दिल्ली से 26,761 बच्चे लापता हुए और उनमें से सिर्फ 9,727 बच्चों का ही पता चल पाया. हालांकि दिल्ली पुलिस का डाटा कुछ और ही बयान करता है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक 2015 में प्रतिदिन 22 बच्चों के गायब होने के आंकड़े से अब ये संख्या घटकर 2017 में 18 हो गई है.