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पद्मावतः 4 राज्यों के खिलाफ अवमानना की याचिका पर SC करेगा सुनवाई

फिल्म को पूरे देश में रिलीज करने के आदेश का उल्लंघन करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट चार राज्यों की सरकारों और श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के खिलाफ आई अवमानना की कार्रवाई की याचिकाओं पर सुनवाई करेगा

Bhasha

पद्मावत फिल्म को पूरे देश में रिलीज करने संबंधी अपने आदेश का उल्लंघन करने के मामले में सुप्रीम कोर्ट चार राज्यों की सरकारों और श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग करने वाली दो अलग-अलग याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई करेगा.

कांग्रेस समर्थक तहसीन पूनावाला ने विवादों में घिरी बॉलीवुड फिल्म पद्मावत की रिलीज का विरोध कर रही भीड़ को काबू करने में कथित रूप से नाकाम रहने को लेकर राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकारों के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई करने की मांग करते हुए याचिका दायर की है.


वकील विनीत ढांडा ने कई राज्यों में फिल्म का कथित हिंसक विरोध करने को लेकर करणी सेना और इसके पदाधिकारियों के खिलाफ भी अवमानना कार्रवाई की मांग करती हुई ऐसी कई पृथक याचिका दायर की है.

चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस ए एम खानविलकर और जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि सभी ताजा याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई होगी.

दोनों याचिकाओं में शीर्ष अदालत के विभिन्न आदेशों का जिक्र किया गया है जिनमें उसने पूरे भारत में फिल्म के प्रदर्शन को मंजूरी देते हुए कहा था कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकारों का दायित्व है.

शुरुआत में कोर्ट ने पद्मावत की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करने वाली कई याचिकाओं को विभिन्न आधारों पर खारिज कर दिया था. कुछ राज्यों द्वारा फिल्म के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद इसके निर्माताओं ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

कोर्ट ने 18 जनवरी को सुनाए अपने आदेश में प्रतिबंधों को दरकिनार कर दिया था और फिल्म को 25 जनवरी को पूरे भारत में रिलीज किए जाने का रास्ता साफ करते हुए अन्य राज्यों को भी प्रतिबंध लगाने से रोक दिया था.

कोर्ट ने राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार की ओर से इस संबंध में दायर याचिकाओं को 23 जनवरी को खारिज करते हुए अपने 18 जनवरी के आदेश में संशोधन करने से इनकार कर दिया था.