एक अप्रैल को यूं तो मजाक करने और दूसरों का मजाक बनाने का दिन है लेकिन मुंबई के रहने वाले सुशील नरसियां के साथ इस 'अप्रैल फूल्स डे' ऐसा कुछ हुआ कि वह जिंदगी भर नहीं भूल पाएंगे.
ओला में घर से मार्केट का सफर तय करने पर कंपनी ने उन्हें 1,49,10,51,775 रुपए का बिल थमा दिया. सुशील ने मुलुंड पश्चिम के अपने घर से वकोला मार्केट जाने के लिए ओला कैब बुक किया.
इसी बीच उनके फोन ने काम करना बंद कर दिया तो कैब का ड्राइवर मैप के जरिए उनका घर नहीं खोज पाया. सुशील पैदल ही पिक अप पॉइंट पर पहुंचे, लेकिन तब तक ड्राइवर ने राइड कैंसिल कर दी थी.
सुशील का कहना है कि, उन्होंने दूसरी कैब बुक करने की कोशिश की, लेकिन वह दूसरी बार कैब बुक नहीं कर पाए. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन पर 1,49,10,51,648 रुपए का बकाया दिख रहा था. यानी सुशील के मोबाइल वॉलेट से 127 रुपए कटने को जोड़ लें तो पूरी राइड सुशील को 149 करोड़ 10 लाख 51 हजार और 775 रुपए की पड़ गई.
सुशील ने सोशल मीडिया के जरिये कैब कंपनी से संपर्क किया. कैब कंपनी ने उसे बताया कि यह एक तकनीकी गड़बड़ी थी. उन्होंने इस गड़बड़ी को दो घंटे के भीतर ठीक कर दिया और उनके मोबाइल वॉलेट के पैसे भी लौटा दिए.
सुशील के साथ हुए इस 'हादसे' पर लोग ने खूब मजे भी लिए. एक ने उनके पोस्ट पर कॉमेंट किया- क्या आपके साथ अप्रैल फूल का मजाक तो नहीं हुआ.
एक और सवाल था - कहां गए थे, प्लूटो या नेप्चयून?
किसी ने पूछा - क्या आपका ओला वाला अकाउंट स्विस बैंक से तो नहीं जुड़ गया