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अफ्रीका से चीता लाने में इस वजह से हो रही है देरी

फेलीना फैमली का यह चीता 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है और फिलहाल यह भारत से लुप्त हो चुका है

Bhasha

राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकारण (एनटीसीए) ने अफ्रीका से चीता लाने के लिए एक योजना तैयार की है लेकिन इसे अमल में लाने से पहले उसे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार है.

फेलीना फैमली का यह चीता 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है और फिलहाल यह भारत से लुप्त हो चुका है.


एनटीसीए के सदस्य सचिव डाक्टर देवव्रत स्वेन ने विश्व वन्यजीव दिवस पर शनिवार को आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘एनटीसीए मध्य प्रदेश के जंगल में इस चीते को दोबारा लाना चाहती है. अफ्रीका से चीता लाने की तैयारी पूरी हो गई है. बिग कैट फैमली की छह विभिन्न प्रजातियों में से पांच भारत में पाई जाती है, केवल चीता ही यहां नहीं है.’

ये चीते दक्षिण, उत्तर और पूर्वी अफ्रीका के अलावा ईरान के कुछ इलाकों में पाए जाते हैं. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि अफ्रीका से चीता लाने से पहले एनटीसीए को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का इंतजार है. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल करके इस चीते को दोबारा भारत में लाने का विरोध किया गया है.

इसके अलावा उन्होंने अनेक पशुओं के संरक्षण और शिकार से उन्हें बचाने के लिए प्राधिकार की ओर से उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया.