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पूरी ताकत से छापे जा रहे हैं नोट- आरबीआई

नोटों की कमी न हो इसलिए नए नोटों की छपाई का काम दिन-रात चल रहा है.

IANS

500 और 1000 के नोट के बंद होने के बाद बैंकों और एटीएम में नोटों की कमी न हो इसके लिये नए नोटों की छपाई का काम दिन-रात रफ्तार से किया जा रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को विमुद्रित किए जाने के बाद प्रिंटिंग प्रेस पूरी क्षमता के साथ नए नोट छापने में जुटे हुए हैं.

आरबीआई ने एक बयान में कहा, "मांग पूरी करने के लिए प्रिंटिंग प्रेस पूरी क्षमता के साथ नोट छाप रहे हैं, ताकि नोटों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध हो सके."


आरबीआई ने कहा कि विमुद्रीकरण की घोषणा के बाद जब 10 नवंबर को बैंक खुले तो सिर्फ एक दिन में लगभग 10 करोड़ लेन-देन हुए.

आरबीआई ने कहा है कि देश भर में चार हजार से अधिक स्थानों पर स्थित नोट भंडारों में नए नोटों के पर्याप्त भंडार मौजूद हैं. बैंक शाखाओं को उनसे जोड़ दिया गया है ताकि वे अपनी जरूरतों के हिसाब से नोट वहां से ले सकें.

जनता की जरूरतें पूरी करने और इस स्थिति से निपटने के लिए बैंक और आरबीआई शनिवार और रविवार को भी खुले हुए हैं.

केंद्रीय बैंक ने लोगों को भुगतान के वैकल्पिक रास्ते अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया है, जैसे कि प्रीपेड कार्ड, रुपे कार्ड, क्रेडिट या डेबिट कार्ड, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग.

आरबीआई ने कहा है कि विमुद्रित नोटों को नए नोटों से बदलने की योजना देशभर में 30 दिसंबर तक खुली हुई है, और उसके बाद आरबीआई के विशेष कार्यालयों में ये नोट बदले जा सकेंगे.

बयान में कहा गया है, "विमुद्रीकरण की घोषणा के एक दिन बाद ही सभी बैंकों की शाखाओं को जनता के लिए नोट बदलने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. असुविधा को कम से कम करने के लिए बैंकों की शाखाएं और सभी आरबीआई कार्यालय सामान्य कारोबारी अवधि से अधिक समय तक काम कर रहे हैं. जनता की भारी भीड़ के मद्देनजर अतिरिक्त काउंटर भी खोले गए हैं."