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फाइटर जेट की कमी 7 प्लेयर्स के साथ क्रिकेट खेलने जैसी: एयर चीफ मार्शल

धनोआ ने कहा, एयर फोर्स का इस्तेमाल खतरनाक आतंकी गतिविधियों के खिलाफ किया जा सकता है.

FP Staff

भारतीय वायुसेना लड़ाकू विमानों की कमी से जूझ रही है. वहीं एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने इस कमी की तुलना सात लोगों की टीम के साथ क्रिकेट खेलने से की है. इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में धनोआ ने कहा कि आतंकी हमला होने की स्थिति में भारतीय वायुसेना पाकिस्तान से लोहा लेने को तैयार है, सरकार को इसे भी एक विकल्प के रूप में देखना चाहिए.

धनोआ ने कहा, एयर फोर्स का इस्तेमाल खतरनाक आतंकी गतिविधियों के खिलाफ किया जा सकता है. सरकार को इस विकल्प पर विचार करना होगा. वायुसेना किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है. वायुसेना माओवादियों के खिलाफ भी लड़ने में सक्षम है.


उन्होंने कहा, हमारी भूमिका थलसेना को सर्विलांस और इंटेलिजेंस इनपुट देने तक सीमित है. जहां तक आतंकी खतरों का सवाल है हम अपने क्षेत्र में हवाई हमले नहीं करेंगे. लेकिन हम तैयार हैं और जब भी सरकार हमें ऐसा करने को कहेगी, हम करेंगे.

पिछले महीने वायुसेना को लिखे एक व्यक्तिगत पत्र में धनोआ ने उन्हें किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार रहने और शॉर्ट नोटिस पर ऑपरेशंस को अंजाम देने के लिए तैयार रहने को कहा था. धनोआ का बयान सेना प्रमुख बिपिन रावत के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सुरक्षाबलों को ढाई फ्रंट्स पर युद्ध के लिए तैयार रहना होगा. ढाई फ्रंट्स से उनका मतलब पाकिस्तान, चीन और हिंसाग्रस्त कश्मीर से था.

(साभार न्यूज 18)