करगिल में शहीद हुए जवान की बेटी ने सोशल मीडिया पर एक अभियान छेड़ दिया है. जिसका नाम है- मैं एबीवीपी से नहीं डरती. गुरमेहर कौर लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा हैं. डीयू के रामजस कालेज में एआईएसए और एबीवीपी के समर्थकों के बीच हुए हिंसक झड़पों के तीन दिन बाद यह अभियान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
गुरमेहर कौर ने एक तख्ती पकड़ी हुई फोटो फेसबुक पर अपने प्रोफाइल पिक्चर के तौर पर लगाई है. तख्ती पर लिखा हुआ है कि, 'मैं दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ती हूं. मैं एबीवीपी से नहीं डरती. मैं अकेली नहीं हूं. भारत का हर छात्रा मेरे साथ है. हैशटैग स्टूडेंट्स अगेंस्ट एबीवीपी'.
गुरमेहर ने अपने फेसबुक स्टेटस पर कहा, 'एबीवीपी द्वारा निर्दोष छात्रों पर किया गया निर्मम हमला परेशान करने वाला है. इसे रोका जाना चाहिए. यह हमला प्रदर्शनकारियों पर नहीं था बल्कि यह लोकतंत्र की हर उस धारणा पर हमला था, जो हर भारतीय के दिल के करीब है. यह आदर्शों, नैतिक मूल्यों, स्वतंत्रता और इस देश में जन्मे हर व्यक्ति के अधिकारों पर किया गया हमला था.
विरोध-प्रदर्शन का मेरा अपना तरीका
गुरमेहर ने लिखा कि, 'जो पत्थर तुम फेंकते हो, वह हमारे शरीर को चोट पहुंचाते हैं. लेकिन ये हमारे आदर्शों को चोट नहीं पहुंचा सकते. यह प्रोफाइल पिक्चर भय और निरंकुशता के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन का मेरा अपना तरीका है'.
गुरमेहर साहित्य की छात्रा हैं. सोशल मीडिया पर उनके सहपाठियों और दोस्तों ने इस पोस्ट को शेयर किया है. इस पहल के सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद देश भर की यूनिवर्सिटिज के बहुत से छात्रों ने इसी तख्ती वाली प्रोफाइल पिक्चर लगा ली है.
गुरमेहर की फेसबुक पोस्ट पर अब तक 2100 प्रतिक्रियाएं और 542 से ज्यादा कमेंट आ चुके हैं. इस पोस्ट को 3456 बार शेयर किया जा चुका है.