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नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की स्थापना पीपीपी मॉडल से होगी

परियोजना के संबंध में समय-समय पर जरूरत के हिसाब से निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है

Bhasha

उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने गौतमबुद्ध नगर जिले में जेवर के पास ‘नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट’ का विकास निजी-सार्वजनिक भागीदारी (पीपीपी) के तहत करने का अनुमोदन किया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड कम्पनी (एनआईएएल) को हवाईअड्डे का विकास पीपीपी के तहत किए जाने के लिए अधिकृत किया गया है.


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इसके अलावा, बैठक में राज्य सरकार द्वारा अर्जित भूमि को एनआईएएल को पट्टे पर दिए जाने, विकासकर्ता के चयन तथा एयरपोर्ट के विकास आदि के लिए भूमि प्रबंधन का अधिकार 90 वर्षों के लिए प्रदान किए जाने पर सहमति जताई गई है.

परियोजना के संबंध में समय-समय पर जरूरत के हिसाब से निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है.

परियोजना में 2300 रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से 1239.1416 हेक्टेयर भूमि के लिये कुल प्रतिकर लगभग 2852 करोड़ रुपए के व्यय तथा भूमि अर्जन/अधिग्रहण की कुल लागत लगभग 4500 करोड़ रुपए से राज्य सरकार के अंश के सापेक्ष फिलहाल 1500 करोड़ रुपए की धनराशि पर कार्योत्तर प्रशासकीय एवं वित्तीय अनुमोदन प्रदान किया गया है.

नागरिक उड्डयन विभाग को मिले कई अधिकार:

इसके अलावा नोएडा इन्टरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट की जद में आने वाली विभिन्न सरकारी विभागों की भूमि एवं परिसम्पत्तियां, जिनका मूल्यांकन/आंकलन वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी द्वारा किया जा रहा है, को सम्बन्धित विभागों द्वारा निःशुल्क रूप से नागरिक उड्डयन विभाग के हवाले किए जाने को भी अनुमोदन किया गया है.

गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी की ओर से इस परियोजना के लिए किसी तरह के पुनर्वासन एवं पुर्नव्यवस्थापन कार्य के लिए आवश्यक धनराशि का आकलन होने पर इसके प्रशासकीय तथा वित्तीय अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया है.

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