view all

सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए हिंदू-मुस्लिम परिवारों ने एक-दूसरे को किडनी डोनेट की

भाईचारे की अनोखी तस्वीर सामने आने के बाद हिंदू और मुस्लिम परिवार आपसी भाईचारा दिखाकर धर्म की राजनीति करने वालों को अंगूठा दिखा सकते हैं

FP Staff

ईद-उल-फितर का पर्व पूरे देश में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में ईद के एक दिन पहले नोएडा के जेपी हॉस्पिटल में दोस्ती और भाईचारे की एक अनूठी मिसाल सामने आई. यहां के डाॅक्टरों ने एक हिंदू और एक मुस्लिम मरीज का किडनी ट्रांसप्लांट कर उन दोनों को नई जिंदगी दी.

हिंदू मरीज की पत्नी का ब्लड ग्रुप मुस्लिम मरीज के साथ और मुस्लिम मरीज की पत्नी का ब्लड ग्रुप हिंदू मरीज के साथ मैच हो रहा था, ऐसे में डाॅक्टरों ने इन्हें एक दूसरे को किडनी देने का सुझाव देकर एक बेहतर भाईचारे की मिसाल पेश की.


जेपी हॉस्पिटल के सीनियर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. अमित देवरा ने न्यूज18 से बातचीत में बताया कि दोनों मरीजों की जांच करने पर उनमें क्रॉनिक किडनी रोग पाया गया था. किडनी ट्रांसप्लांट की दोनों सर्जरियां सफल रहीं, सर्जरी के बाद दोनों डोनर और दोनों मरीज ठीक हैं. किडनीदाता बालो और लीला को सर्जरी के कुछ ही दिन बाद छुट्टी दी गई, वहीं मरीज इकराम और अनिल को ट्रांसप्लांट के 12 दिनों के बाद छुट्टी दी गई.

डॉक्टर की सलाह पर किडनी डोनेट करने के लिए तैयार हुए दोनों परिवार

अस्पताल के वरिष्ठ किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ. अनिल प्रसाद भट्ट ने कहा, 53 वर्षीय इकराम और 43 वर्षीय अनिल कुमार राय की किडनी लगातार हाईब्लड प्रेशर के कारण खराब हो गई थीं. हमने दोनों परिवारों के साथ अलग से बैठक की. हमने उन्हें बताया कि एक मरीज की पत्नी दूसरे मरीज को किडनी देकर उनकी जान बचा सकती है. दोनों परिवारों को किडनी आदान-प्रदान के बारे में पूरी जानकारी दी.

आखिरकार दोनों परिवार तैयार हो गए. फिलहाल दोनों ही मरीज किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद स्वस्थ है. भाईचारे की अनोखी तस्वीर सामने आने के बाद हिंदू और मुस्लिम परिवार आपसी भाईचारा दिखाकर धर्म की राजनीति करने वालों को अंगूठा दिखा सकते हैं.

(न्यूज18 के लिए कुणाल जायसवाल की रिपोर्ट)