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दुनिया की कोई ताकत आरक्षण को खत्म नहीं कर सकती: नीतीश

दलित-महादलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं जो देश में एससी और एसटी के आरक्षण को बदल दे. दलितों के अधिकार का कोई हनन नहीं कर सकता

FP Staff

बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं जो देश में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण को बदल दे.

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जेडीयू के दलित-महादलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं जो देश में अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के आरक्षण को बदल दे. दलितों के अधिकार का कोई हनन नहीं कर सकता. नीतीश ने उपस्थित कार्यकर्ताओं से कहा कि आप सभी समाज में प्रेम भाईचारा और सद्भावना बनाकर रखने का संकल्प लें.

हाल ही में सुमित्रा महाजन ने दिया था आरक्षण पर बयान

नीतीश का आरक्षण पर यह बयान तब आया है जब कुछ ही दिन पहले लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने झारखंड के एक कार्यक्रम में बोलते हुए आरक्षण पर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि अंबेडकर चाहते थे कि कोटा केवल 10 साल तक रहे. 10 साल के लिए आरक्षण के द्वारा अंबेडकर का विचार सामाजिक सद्भाव लाने का था. लेकिन हमने हर दस साल में इसे बढ़ा दिया.

महाजन ने कहा कि क्या आरक्षण सामाजिक सद्भाव लाया है?, लोगों में सामाजिक सद्भाव लाने के लिए अंबेडकर की बताई नीतियों पर चलना होगा. देशभक्ति की भावना के बिना विकास संभव नहीं है.

हमलोगों का यकीन झगड़ा में नहीं प्रेम में है

दलित महादलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हमलोगों का यकीन झगड़ा में नहीं प्रेम में है. अनाप-शनाप बोलते रहने वालों की चिंता नहीं करें. जिनको कोई काम नहीं वो बोलते रहते हैं. नीतीश ने कहा कि वर्ष 2004-05 में अनुसूचित जाति (एससी) के लिए जहां 13 करोड़ 5 लाख 45 हजार रुपए का प्रावधान किया गया था वहीं 2018-19 में यह बढ़कर 1224 करोड 56 लाख 28 हजार रुपए हो गया है.

उन्होंने कहा कि हमने अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए विभाग बनाया और उनके कल्याण एवं विकास के लिए हमलोगों की प्रतिबद्धता है. नीतीश ने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि जेडीयू के सभी कार्यकर्ता व नेता इनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाएं और उनके मन में कोई प्रश्न है तो वो जानने की कोशिश करें.

(इनपुट भाषा से)