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अब IGI एयरपोर्ट पर बोर्डिंग पास पर स्टाम्प लगवाने की जरूरत नहीं

स सुविधा की शुरूआत अगले महीने के पहले हफ्ते में टी-2 टर्मिनल पर गो एयर के यात्रियों से होगी

FP Staff

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बोर्डिंग पास पर मुहर लगाने की व्यवस्था अगस्त से खत्म हो जाएगी. ये जानकारी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को कही.

प्रवक्ता ने कहा कि इस सुविधा की शुरूआत अगले महीने के पहले हफ्ते में टी-2 टर्मिनल पर गो एयर के यात्रियों से होगी और उसके बाद इसे दूसरी एयरलाइनों के लिए भी शुरू कर दिया जाएगा.


इसके क्रियान्वयन में शामिल अधिकारियों ने कहा, ‘किसी भी यात्री को अब अपना बोर्डिंग पास जांच के लिए सुरक्षा क्षेत्र में लगी स्कैनर मशीन पर दिखाना होगा. सीआईएसएफकर्मी यात्री की जांच करने से पहले अपने पास लगे एक टर्मिनल से आगे जाने का एक संकेत देगा.’ प्रवक्ता ने कहा, ‘इस सुविधा को जल्द ही अन्य हवाई अड्डों पर भी शुरू किया जाएगा.’

एक सीनियर सीआईएसएफ अधिकारी ने कहा कि ये नया सिस्टम लागू हो जाने के बाद अगर किसी व्यक्ति पर शक की गुंजाइश जैसी स्थिति आती है तो ड्यूटी पर मौजूद सिक्योरिटी उसकी जांच करेगी. क्लियरेंस का आखिरी फैसला सुरक्षा कर्मचारी का होगा.

डीआईएएल ने इसे ई-बोर्डिंग सुविधा का पहला चरण बताया. ई-बोर्डिंग सुविधा घरेलू उड़ान लेने वाले यात्रियों को एक पेपरलेस बोर्डिंग का अनुभव देगा. इस सुविधा के तहत बोर्डिंग के सभी चरण- टर्मिनल बिल्डिंग में प्रवेश, चेक-इन, सिक्योरिटी चेक, प्लेन में चढ़ने से पहले बोर्डिंग गेट और बोर्डिंग ब्रिज चेक, शामिल होंगे. इसके लिए यात्रियों को बस एक मोबाइल ई-बोर्डिंग कार्ड की जरूरत पड़ेगी. ये सुविधा सरकार के डिजि-यात्रा योजना के तहत शुरू की जा रही है.

नागरिक उड्डयन सचिव आर एन चौबे ने इसके पहले कहा था कि एकबार डिजि-यात्रा शुरू हो जाएगी तो यात्री ई-गेट से फेस-आईडेंटिफिकेशन प्रोसेस के जरिए एयरपोर्ट में प्रवेश कर सकेंगे.

इस सिस्टम से यात्रियों, सिक्योरिटी और एयरलाइंस सभी को सुविधा होगी. इससे लंबी कतारें भी घटेंगी, बोर्डिंग की प्रक्रिया तेज और सेल्फ बैगेज और सेल्फ चेक इन्स की सुविधा भी होगी.

(एजेंसी से इनपुट के साथ)