केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने क्लीन गंगा मिशन को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि अगले तीन महीनों में गंगा 80 प्रतिशत तक साफ हो जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि साल 2020 के मार्च महीने तक गंगा पूरी तरह साफ हो जाएगी.
गडकरी ने सोमवार को नई दिल्ली में हुए नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत दिल्ली में यमुना की सफाई के लिए 11 प्रोजेक्ट की नींव रखीं.
बता दें कि इसके पहले जल संसाधन मंत्री रहीं उमा भारती ने साल 2018 को गंगा की सफाई के लिए डेडलाइन रखा था, लेकिन ढंग का काम न हो पाने के कारण नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इसे इस साल वापस ले लिया. ट्रिब्यून ने ये भी कहा था कि हरिद्वार और उन्नाव के बीच जहां भी गंगा है, वहां का पानी न पीने लायक है, न नहाने. कोर्ट ने संबंधित अथॉरिटीज को यहां स्वास्थ्य चेतावनी देने को कहा था.
बता दें कि सरकार साल 2019 से पहले यमुना की सफाई करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
इसके पहले सरकार ने संसद की एक समिति को बताया था कि गंगा की सफाई से जुड़े नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत परियोजनाओं को पूरा करने की समय सीमा दिसंबर 2021 तक रखी गई है.
न्यूज18 की रिपोर्ट के मुताबिक, गडकरी ने अब 2020 तक ये लक्ष्य हासिल करने को लेकर अपना आत्मविश्वास जताया है. गंगा की सफाई के लिए इस पर लगभग 26,000 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं.
गडकरी ने कहा, 'नमामि गंगा कार्यक्रम शुरू होते ही यमुना जैसी गंगा की सहायक नदियों की सफाई का लक्ष्य रखा गया था. इन प्रोजेक्ट्स की मदद से यमुना में सीवेज का गंदा पानी जाने से रोका जा सकेगा.'
उन्होंने बताया कि दिल्ली के अलावा यमुना की सफाई के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जरूरी कोशिशें की जा रही हैं.
इस कार्यक्रम में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद थे.
बता दें कि इस साल जुलाई में केंद्र सरकार ने जुलाई में संसद को जानकारी दी थी कि 2014 से अब तक गंगा की सफाई पर 3,867 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं.