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वाहन कंपनियां से बोले गडकरी: इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण क्षेत्र में उतरें

प्रदूषण की बड़ी चुनौती को देखते हुए वाहन कंपनियों को स्वदेशी तकनीक के तहत बिजली आधारित सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में उतरना चाहिए

Bhasha

केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग और पोत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार वाहन प्रदूषण को लेकर चिंतित है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने वाहन उद्योग से इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में उतरने के लिए कहा है.

गडकरी रविवार को इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस द्वारा आयोजित आईएसबी लीडरशिप सम्मेलन में हिस्सा लेने हैदराबाद आए हुए थे.


उन्होंने कहा, ‘मैं वाहन उद्योग के खिलाफ नहीं हूं. हम लगभग 1.50 लाख करोड़ रुपए के वाहनों का निर्यात करते हैं. वाहन उद्योग में रोजगार की सबसे अधिक संभावनाएं हैं. मैंने उन्हें निर्यात जारी रखने को कहा है.’

उन्होंने साल 2030 तक देश को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कार बाजार बनाने की सरकार की योजना के संबंध में पूछे जाने पर कहा, ‘प्रदूषण एक बड़ी चुनौती है. आप स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा दीजिए. अब भारत कोयले और बिजली के मामले में खपत से अधिक उत्पादन करने लगा है. यह काफी सस्ता है. लोगों को भी इससे फायदा होगा. इसे प्राथमिकता दीजिए. आप बिजली पर आधारित सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में उतरिए.’

उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं के बारे में कहा कि इसमें चार से पांच फीसदी तक की कमी आई है. उन्होंने कहा, ‘जब मैंने कार्यभार संभाला तब हर साल करीब पांच लाख लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते थे. हमने सड़कों पर 780 ऐसी जगहों की पहचान की जहां अधिक दुर्घटनाएं होती हैं. हमने जिला स्तरीय समितियों के गठन का आदेश दिया ताकि सड़क दुर्घटनाओं की निगरानी की जा सके.’

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनका लक्ष्य सड़क दुर्घटनाओं में पचास फीसदी तक की कमी लाना है.